नूरपुर 26 जनवरी, देवांश राजपूत
72वां गणतंत्र दिवस समारोह कांगड़ा जिले के नूरपर उपमंडल में संयुक्त कार्यालय भवन परिसर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
उपमंडलाधिकारी, नूरपुर डॉ सुरेंद्र ठाकुर ने समारोह की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा पुलिस, होमगार्ड, एनसीसी, स्काऊटस एंड गाइड व एनएसएस की टुकड़ियों द्वारा निकाले गए आकर्षक मार्च पास्ट की सलामी ली। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये गये। परेड का नेतृत्व उप निरीक्षक जसवंत सिंह ने किया।
एसडीएम ने अपने संबोधन में संविधान निर्माताओं के साथ-साथ देश की आजादी एवं गणतंत्र की स्थापना में स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निःस्वार्थ त्याग और बलिदान को भी याद किया। उन्होंने बहुमूल्य सेवाओं के लिए भारतीय सेनाओं के जवानों का जहां आभार जताया वहीं देश की रक्षा की खातिर सरहदों पर अपने प्राण न्यौछाबर करने वाले वीर जवानों तथा उनके परिवारों को भी नमन किया।
उन्होंने कोरोना काल खंड के दौरान प्रशासन का सहयोग करने के लिए नूरपुर प्रेस क्लब, पुलिस, होमगार्ड, स्वास्थ्य, सफाई कर्मियों सहित अन्य सभी विभागों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है, इसलिए सभी लोग पूरी एहतियात बरतें।
उन्होंने नूरपुर प्रेस क्लब के प्रधान बलजीत चंबियाल सहित अन्य सदस्यों श्री राजीव महाजन, प्रदीप शर्मा, रुशान्त महाजन, रितेश महाजन, पंकज शर्मा, विनय महाजन, स्वरूप धीमान तथा स्वर्ण राणा को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
एसडीएम ने उत्कृष्ट कार्य करने पर एसडीओ देविन्द्र राणा सहित अन्य कर्मचारियों सुदेश सिंह परिहार, किरण बाला, कमल सिंह, मुकेश धीमान, सीमा देवी, अरुण कुमार, राजिंद्र कुमार, स्नेहलता, अंजू शर्मा, सुमन शर्मा, अक्षय भाटिया तथा सन्नी साहन को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देने वाले स्कूली बच्चों, आकर्षक मार्च पास्ट प्रस्तुत करने वाली टुकड़ियों को भी पुरस्कृत किया गया।
समारोह में उप पुलिस अधीक्षक अशोक रतन, बीडीओ डॉ रोहित शर्मा, एसडीओ जेएस राणा, बीटीसी स्कूल की प्रिंसिपल चंद्र रेखा शर्मा, नूरपुर स्कूल के प्रधानाचार्य करनैल सिंह पठानिया, नूरपुर ब्लड डोनर्स के अध्यक्ष राजीव पठानिया, एनजीओ के उपाध्यक्ष ओंकार धीमान, महासचिव राजेश सहोत्रा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी, स्कूलों के अध्यापक, जनप्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।