नालागढ़ – रजनीश ठाकुर
नालागढ़ अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को सरकारी खर्चे पर होने वाले अल्ट्रासाउंड भी बंद कर दिए गए हैं और शुक्रवार को दर्जनों गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। वहीं गर्भवती महिलाओं ने निजी अस्पतालों में जाकर महंगे दामों पर अपने अल्ट्रासाउंड करवाए।
अब गर्भवती महिलाएं सरकार से जल्द पहले की तरह अल्ट्रासाउंड सरकारी खर्चे पर करवाने की जहां मांग उठा रही है। वहीं अस्पताल में फैली अव्यस्थाओं को दूर करने की भी गुहार लगा रही हैं।
आपको बता दे कि प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ है और यहीं से ही सरकार के खाते में करोड़ों रुपया राज्यव के रूप में जमा होता है लेकिन प्रदेश सरकार चाहे कांग्रेस की हो या भाजपा की रही हो किसी भी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई है।
जिसके चलते अस्पताल में अवस्थाएं फैली हुई है और पिछले कई सालों से नालागढ़ के सिविल अस्पताल में अल्ट्रासाउंड नहीं हो रहे हैं और सरकारी खर्चे पर अल्ट्रासाउंड निजी अस्पतालों में हो रहे थे लेकिन उसे भी शुक्रवार को अस्पताल प्रशासन की ओर से बंद कर दिया गया।
यह हवाला दिया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा निजी अस्पतालों के लाखों के पेंडिंग बिल अदा नहीं किए गए हैं। जिसके चलते सिविल अस्पताल द्वारा गर्भवती महिलाओं के लिए फ्री अल्ट्रासाउंड की सुविधा बंद कर दी गई है।
सीएमओ सोलन राजन उप्पल के बोल
इस बारे में जब हमने सीएमओ सोलन राजन उप्पल से बातचीत की तो उनका कहना है कि ऐसी दिक्कत नालागढ़ अस्पताल में आगे नहीं होगी क्योंकि जो डॉक्टर रेडियो लोरोलॉजिस्ट की ट्रेनिंग के लिए गए हुए थे वह ट्रेनिंग करने के बाद आ चुके हैं और जल्द ही नालागढ़ अस्पताल को ज्वाइन करके सेवाएं शुरू कर देंगे।