सार्वजनिक शौचलय बंद होने से यात्रियों- स्थानीय लोगों में पनपा रोष, खासकर महिलाओं को पेश आ रही दिक्कतें
नगरोटा सूरियां – शिव गुलेरिया
नगरोटा सूरियां बस स्टैंड में जनता के लिए बना सार्वजनिक सुलभ शौचालय में करीब दस दिन से अधिक समय से ताला लटका है। पंचायत के पास कोई भी सफाई कर्मचारी के लिए फंड यानी पैसा न होने के कारण बंद पड़ा हुआ है, जिससे जनता व क्षेत्रवसियों में भारी रोष है।
टायलट बंद होने से यात्रियों व खासकर महिलाओं को विशेषकर बहुत ही परेशानी झेलनी पड़ रही है और यात्री खुले में शौचालय को जाने को मजबूर हुए हैं, इससे पंचायत, सरकार और प्रशासन की पोल खुल रही है।
एक तरफ सरकार का नारा है कि खुले में शौच न करें और हर पंचायत में हर बस अड्डे पर शौचालय होने चाहिए, लेकिन इस विकास खंड की सबसे बड़ी महत्त्वपूर्ण पंचायत नगरोटा सूरियां का यह हाल है, तो आम पंचायतों में क्या हाल होगा।
इस बारे खंड विकास अधिकारी ने बताया कि पंचायत को इसे सुचारू रूप से चलाने के लिए कहा और करीब पांच दिन इसे फिर से खोला गया, लेकिन आज फिर से एक सप्ताह से अधिक समय हो गया।
इस सुलभ शौचालय पर ताला लटका हुआ है और पंचायत का कहना है कि उनके पास किसी प्रकार का कोई भी सफाई कर्मी के लिए फंड पैसा न होने के कारण इसे बंद करना पड़ रहा है।
इस विषय पर पंचायत सचिव राकेश कुमार ने बताया कि पंचायत के पास कोई पैसा नहीं है तथा शीघ्र ही स्थानीय बस स्टैंड तथा व्यापार मंडल की एक कमेटी गठित कर सभी व्यापारियों से इस शौचालय की सफाई रखरखाव के लिए कर्मचारी रखने के लिए पैसे लिए जाएंगे और फिर यह कमेटी के हवाले किया जाएगा।
गौरतलब है कि नगरोटा सूरियां बस स्टैंड पर जो पूर्व विधायक द्वारा मरकरी लाइट लगाई हुई है, उसका बिल भी पंचायत दे रही है, जबकि पंचायत के पास इसका बिल देने के लिए भी पैसे नहीं है, न ही इसके लिए कोई फंड है और इसे भी काटा जा सकता है, इसलिए अब पंचायत द्वारा शीघ्र ही एक कमेटी गठित की जाएगी जा रही है तथा यह कमेटी सभी व्यापारियों से पैसे लेगी और सफाई कर्मचारी लाइट इत्यादि कार्य को देखेगी और फिर इसी फंड से पैसा दिया जाएगा।