शिमला – जसपाल ठाकुर
शिमला शहर में बढ़ती आबादी व ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए इसे दोबारा व्यवस्थित ढंग से बसाया जाएगा। शहर से सरकारी कार्यालयों को साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों में शिफ्ट किया जाएगा। खासकर उन सरकारी कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा, जिनमें कर्मचारियों की आबादी ज्यादा है।
अर्की विधानसभा क्षेत्र के विधायक संजय अवस्थी की ओर से पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में यह जानकारी दी।
विधायक संजय अवस्थी ने सवाल उठाया था कि क्या सरकार शिमला में स्थापित विभिन्न कार्यालयों में से कुछ को साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का विचार रखती हैं या नहीं। संजय अवस्थी ने कहा कि शिमला में एक जगह से दूसरी जगह आने में एक-एक घंटा लग जाता है।
इसलिए जरूरत है कि शिमला के कुछ दफ्तरों को साथ लगते शहरों में शिफ्ट किया जाए। शिमला को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाना चाहिए, न कि कार्यस्थली के तौर पर। अगर शिमला से कुछ कार्यालयों को साथ लगते विधानसभा क्षेत्रों में शिफ्ट किया जाएगा, तो फिर अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी विकास होगा। जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि शिमला शहर को देर-सवेर व्यवस्थित ढंग से बसाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शिमला टूरिस्ट डेस्टिनेशन है।
यहां ट्रैफिक जाम रहता है। इससे परेशानी होती है। हालांकि स्मार्ट सिटी से शहर की दुर्दशा को सुधारा जा रहा है, लेकिन फिर भी शहर को व्यवस्थित ढंग से बसाने के लिए चिंतन की जरूरत है। इससे पहले भी कई बार शिमला में समानांतर शहर बसाने और कुछ दफ्तरों को शिफ्ट करने की चर्चा होती रही है।
खासकर शिमला कार्यालय को शिमला से अपर शिमला के लिए शिफ्ट करने की मांग उठती रही है, क्योंकि शिमला शहर जिला शिमला की बाउंड्री पर स्थित है, जबकि शिमला जिला के पांच विधानसभा क्षेत्र अपर शिमला के अंतर्गत आते हैं।