शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश पुलिस सेवा के 2015 बैच के सबसे युवा और काबिल अधिकारी डीएसपी अनिल शर्मा का अचानक डीएसपी बैजनाथ के पद से पीटीसी डरोह के लिए तबादला कर दिया गया है।
अनिल शर्मा ने 24 मई 2024 को बैजनाथ में बतौर उपमंडल पुलिस अधिकारी कार्यभार संभाला था। मात्र 6 महीनों के कार्यकाल में उन्होंने क्षेत्र में कानून व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर उल्लेखनीय कार्य किए।
डीएसपी ने पुलिस से बदसलूकी और नियम तोड़ने पर बैजनाथ के विधायक किशोरी लाल के बेटे का चालान किया था। यह घटना 2 नवंबर को पैराग्लाइडिंग के दौरान हुई थी। हालांकि इसे पुख्ता तौर पर नहीं माना जा सकता, लेकिन चर्चा है कि इसी वजह से डीएसपी को अल्प समय में ही तबादले का सामना करना पड़ा है।
मृदुभाषी स्वभाव के लिए लोकप्रिय अनिल शर्मा ने रात के समय खुद नाके पर खड़े होकर कानून-व्यवस्था का पालन सुनिश्चित किया। एमएलए बैजनाथ के बेटे का चालान की घटना के बाद उनके अचानक तबादले की खबर आई है।
22 वर्ष की आयु में सबसे युवा डीएसपी बने अनिल शर्मा का इतने कम समय में तबादला होना उनकी योग्यता और कार्यक्षमता को अनदेखा करने जैसा माना जा रहा है।
अपनी त्वरित कार्रवाई और सख्त निर्णयों के लिए पहचाने जाने वाले अनिल शर्मा ने बैजनाथ और आसपास के क्षेत्रों में बिगड़ती यातायात व्यवस्था को न केवल सुधारा, बल्कि नशा माफिया और अवैध खनन पर भी प्रभावी अंकुश लगाया।
उनके नेतृत्व में 4 महीनों के भीतर एनडीपीएस एक्ट के तहत 10 मुकदमे दर्ज किए गए। साथ ही, अवैध शराब के 12 मामलों में कार्रवाई कर सरकार के राजस्व की चोरी को रोका गया।
अनिल शर्मा ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष अभियान चलाए। उन्होंने बीड़ और बैजनाथ क्षेत्रों में सीसीटीवी निगरानी परियोजनाओं को लागू करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बीड़ क्षेत्र में यह कार्य पूरा हो चुका है, जबकि बैजनाथ और अन्य क्षेत्रों में कार्य आरंभ होने वाला था।