चम्बा – भूषण गुरुंग
छावनी मुक्त भारत संघ के बैनर तले आज डलहौजी छावनी के समस्त स्थानीय नागरिकों ने इस साल 30 अप्रैल को डलहौजी छावनी मैं होने वाले सुधारण चुनावों का बहिष्कार करने के लिए एक रोष रैली निकाली और स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकाने भी बंद रखी।
रोष रैली में सभी स्थानीय नागरिक यह नारे लगा रहे थे की छावनी परिषद से आजादी दो, आजादी दो, गुलामी की जंजीरे तोड़ दो, तोड़ दो। स्थानीय लोगों का कहना था कि भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय ने 10 महीने पहले यह घोषणा की थी की छावनी क्षेत्र के सिविल क्षेत्रों को या तो पंचायत में या नगर परिषद में मिला दिया जाएगा।
परंतु 19 फरवरी को भारत सरकार और रक्षा मंत्रालय ने भारतवर्ष के 57 छावनी परिषद मैं इस साल 30 अप्रैल को सुधारण चुनाव करवाने की अधिसूचना जारी कर दी। इसलिए डलहौजी छावनी के सारे नागरिक इसका विरोध करते हैं और यह निर्णय लिया है की 30 अप्रैल को होने वाले चुनावों का बहिष्कार करेंगे।
डलहौजी छावनी के नागरिकों का कहना है कि हम भी चाहते हैं कि डलहौजी छावनी के सिविल क्षेत्रों का विलय पंचायत में या नगर परिषद में कर दिया जाए क्योंकि हम छावनी परिषद में नहीं रहना चाहते क्योंकि छावनी परिषद में उनके अधिकारों का हनन होता रहता है।
रैली के बाद डलहौजी छावनी के स्थानीय निवासियों ने भारत सरकार के रक्षा मंत्री को लिखे पत्र का ज्ञापन एसडीम डलहौजी को दीया। जिसमें यह लिखा है कि जिस प्रकार हिमाचल के योल कैंट के सिविल क्षेत्र का विलय पंचायतों में किया गया है। उसी तर्ज पर डलहौजी छावनी के सिविल क्षेत्रों का विलय पंचायत में या नगर परिषद में किया जाए।