भलाड- शिबू ठाकुर
कोटला के अंतर्गत अम्बल ठेहडू गांव में आज रविदास जयंती बड़ी धूम -धाम से मनाई गई कार्यक्रम का आगाज झंडा रस्म से शुरू किया गया गया । कमेटी सयोंजक अनिल कुमार ने बताया कि गुरु रविदास 15वीं और 16वीं शताब्दी के भक्ति आंदोलन के एक रहस्यवादी कवि संत थे और उन्होंने रविदासिया धर्म की स्थापना की थी. गुरु रविदास जयंती उनके जन्म के उपलक्ष्य में मनाई जाती है.
कहा जाता है कि गुरु रविदास ने कई भजन लिखे थे और उनमें से कुछ का जिक्र सिख धर्म की पवित्र पुस्तक, गुरु ग्रंथ साहिब में मिलता है. उन्होंने कहा संत रविदास ने अपनी कालजयी रचनाओं से समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि महान संत गुरु रविदास जी ने बिना भेद-भाव के परस्पर प्रेम और समता का व्यवहार करने का संदेश दिया.वहीं उन्होंने कहा कि उन्होंने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों को खत्म करने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था.
उन्होंने कहा कि हम सब गुरु रविदास जी द्वारा बताए गए मार्ग पर चलते हुए समता, समरसता और समन्वय पर आधारित समाज के निर्माण में योगदान करें. इस के उपरान्त वहाँ वाणी पाठ किया गया और सभी संगत ने भोजन प्रशाद ग्रहण किया।
इस मौके पर अनिल कुमार ,महाशु राम ,रघुबीर सिंह,मुंशी राम,बागु राम ,महिंदर सिंह ,अशोक ,संजीव,पेनुराम ,पूर्व प्रधान मनोज कुमार ,परषोत्तम ,राकेश ,मनो , मुकेश ,कलदूं ,बटुही गांवों सहित सैंकड़ों लोग उपस्थित रहे ।