जोगिंदर नगर में फैल रहे पीलिया रोग को लेकर जिला परिषद एवं माकपा नेता ने किया जोगिंदर नगर अस्पताल का दौरा।
मंडी – अजय सूर्या
जोगिन्दर नगर में फैले पीलिया रोग के चलते जिला परिषद सदस्य एवं माकपा के नेता कुशाल भारद्वाज ने देर शाम एवं रात्रि को जोगिन्दर नगर अस्पताल का दौरा किया तथा हर मरीज व उनके तीमारदारों से मिलकर उनका हाल जाना तथा उनका हौंसला बढ़ाते हुए उन्हें हर संभव सहायता का भरोसा भी दिया।
यहाँ यह उल्लेखनीय है कि पीलिया मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते राजनीतिक नेताओं में सबसे पहले कुशाल भारद्वाज ने ही इस मुद्दे को उठाया था तथा सरकार व विभाग से इसकी रोकथाम के लिए पुख्ता इंताजाम करने को कहा था।
ऐसा न होने पर उन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद बाकी लोग भी इस बारे टिक्का टिप्पणी करने अथवा अस्पताल जाने पर विवश हुए।
किसान सभा द्वारा भी स्वास्थ्य विभाग से भी पुख्ता इंतजाम करने की मांग के बाद मंडी जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने स्वयं भी अस्पताल का दौरा किया था।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्या-क्या कदम उठाए जा रहे हैं उसकी पूरी जानकारी मुझे मालूम है। इसलिए मैंने दिन के बजाए देर शाम को अस्पताल का दौरा करना उचित समझा।
इसका मकसद यह था कि एक तो मैं अस्पताल प्रशासन व स्टाफ द्वारा मरीजों के उपचार हेतु लगातार किए जा रहे कार्यों में कोई बाधा नहीं डालना चाहता था और दूसरा मैं हर प्रभावित मरीज व उनके अभिभावकों से व्यक्तिगत बात कर जानकारी लेना चाहता था। इसलिए लगभग 4 घंटे अस्पताल में रुककर सबसे बातचीत की तथा अपनी तरफ से हर संभव मदद का भरोसा भी दिया।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि तीन सप्ताह से पीलिया फैला हुआ है और अभी भी मरीजों का आना जारी है। इसमें ज़्यादातर मरीज स्कूल, कॉलेज या आईटीआई आने जाने वाले वे बच्चे हैं जो बसों में सफर करते हैं।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में हालत यह है कि बिस्तर कम पड़ गए हैं। अधिकांश मरीजों को पेट दर्द, सिर, दर्द, तेज बुखार व उल्टियाँ आने की शिकायत है। एक बेड पर दो-दो मरीज हैं जबकि बच्चों के साथ तीमारदारों की हर समय जरूरत रहती है।
जिसकारण उमस भरे मौसम में अस्पताल में काफी मुश्किल आ रही है। अस्पताल प्रशासन और समस्त स्टाफ तो बखूबी काम कर रहा है, लेकिन अतिरिक्त बिस्तरे उपलब्ध करवाना, अतिरिक्त सुविधाएं देना और ज्यादा डॉक्टर उपलब्ध करवाना सरकार का काम है।
अतः प्रदेश सरकार को इस दिशा में जल्दी ही कदम उठाने चाहेए। उन्होंने कहा कि जोगिंदर नगर में डॉक्टरों के कई पद खाली हैं, जबकि लड़भड़ोल सिविल अस्पताल मात्र एक डॉक्टर के सहारे चल रहा है। लोगों के स्वास्थ्य के लिए न तो प्रदेश सरकार चिंतित है, न ही स्थानीय विधायक और स्थानीय सांसद को कोई चिंता है।
कुशाल भारद्वाज ने प्रदेश सरकार से फिर मांग की है कि आईटीआई में पढ़ने वाले तुल्लाह क्षेत्र के जिस बच्चे की पीलिया से पीजीआई चंडीगढ़ में मृत्यु हुई है उसके परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाये तथा जो मरीज अलग अलग अस्पतालों में दाखिल हैं उनके परिजनों को भी ईलाज का खर्च वहन करने के लिए राहत राशि के साथ-साथ मुफ्त ईलाज की सुविधा दी जाये।
जो लोग प्राइवेट लैबों में अपने टेस्ट करवाने को मजबूर हो रहे हैं, उसका खर्चा भी सरकार वहाँ करे। उन्होंने कहा कि यदि हमारे विधायक जी ने लोगों को बरसात में मिनरल वाटर पीने की सलाह दी है तो यह सलाह हास्यास्पद है, क्योंकि एक दिन में एक परिवार को 2 घड़े तो मिनरल वाटर के लिए ही चाहिए।
इतना पैसा खर्च करने की क्षमता किसी गरीब और माध्यम परिवार की नहीं होती है। इसलिए ऐसी सलाह किस काम की जो गरीब परिवारों के लिए संभव ही न हो।
कुशाल भारद्वाज ने मांग की कि पीने के पानी के सभी स्त्रोतों का निरंतर सैंपल लेकर टेस्टिंग होनी चाहिए। तथा शुद्ध व साफ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने आम जनता से भी अपील की है कि बरसात कोशिश करें कि पानी को उबाल कर ही पिएं। तली व भूनी हुई तथा बाहर खुले में रखी खाद्य वस्तुओं का सेवन न करें।