शिमला, जसपाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों को वेंटिलेटर सहित अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस जीवन दायिनी (लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस मिल गई हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वीरवार को आईजीएमसी शिमला से इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 40 लाख रुपये की एंबुलेंस में दस तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
आईजीएमसी, नेरचौक, नाहन, हमीरपुर, चंबा और टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई हैं। इससे पहले सीएम जयराम ने खुद एंबुलेंस के भीतर जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने एंबुलेंस के भीतर ट्रांसपोर्ट आईसीयू वेंटिलेटर और शॉक मशीन और इमरजेंसी दवाइयां देने की सुविधा की जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि गंभीर रोगियों के लिए उनकी बजट घोषणा पूरी हो गई है। अत्याधुनिक सुविधाओं से लेस एंबुलेंस मिलने से प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से रेफर किए जाने वाले गंभीर रोगियों को इसका लाभ होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन एंबुलेंस में तमाम तरह की सुविधाएं हैं। मरीजों को आईजीएमसी से पीजीआई रेफर करने पर कई कठिनाइयां पेश आती थीं। मरीजों की परेशानी को देखते हुए वेंटिलेटर सुविधा वाली आधुनिक एंबुलेंस उपलब्ध करवाई गई हैं।
मुख्यमंत्री जयराम सुबह करीब दस बजे आईजीएमसी पहुंचे। सीएम ने पूजा-अर्चना कर नारियल तोड़ा। एंबुलेंस की आधुनिक सुविधाओं के बारे में स्वास्थ्य सचिव अमित अवस्थी ने सीएम को जानकारी दी। इस दौरान आईजीएमसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रजनीश पठानिया, एमएस डॉ. जनकराज, डिप्टी एमएस डॉ. राहुल रॉव, डॉ. प्रशासनिक अधिकारी डॉ. शोमिन धीमान, मेडिकल स्टोर इंचार्ज डॉ. राहुल गुप्ता, कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रजनीश पूनिया, कार्यकारी महासचिव कामेश्वर ठाकुर आदि मौजूद रहे।
एंबुलेंस में ये सुविधाएं होंगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि एंबुलेंस में परिवहन एवं आईसीयू वेंटिलेटर, महत्वपूर्ण संकेत मॉनीटर, स्वचालित बाहरी डिफाइब्रिलेटर, सक्शन पंप, आपातकालीन पुनर्जीवन किट, हेड इमोबिलाइजर, वैक्यूम स्पलिंट किट, माउथ टू माउथ रेस्पिरेटर, मैनुअल रिसशिटेशन बैग, सिरिंज इंफ्यूजन पंप आदि जीवनरक्षक उपकरण उपलब्ध हैं।