पंजाब – भूपेंद्र सिंह राजू
पठानकोट – जोगेंद्रनगर नेरोगेज रेलमार्ग पर रेल यातायात अब अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। इस मार्ग पर आने वाले सबसे बड़े पुलों में से एक चक्की पुल को फिलहाल अनसेफ घोषित कर दिया गया है। रविवार को चक्की दरिया में आए पानी से पुल के पिलरों के लिए लगाई गई सेफ्टी वाल का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
इस कारण कुछ पिलरों को कभी भी नुकसान पहुंच सकता है। बरसात के कारण इस मार्ग में किसी भी खतरे की आशका को देखते हुए रेल यातायात कुछ साल से लगातार बंद किया जा रहा है। अभी इस मार्ग में ट्रेनें बंद की गई हैं। हालांकि बरसात के बाद ट्रेनों के फिर शुरू होने की संभावना थी लेकिन अब पुल को बने खतरे के कारण इस मार्ग में रेल यातायात फिर शुरू होने में काफी समय लग सकता है।
10 साल पहले भी इस पुल के कुछ पिलरों को नुकसान पहुंचा था। इस कारण करीब एक साल तक रेल यातायात बाधित रहा था। चक्की दरिया में कई साल से काफी मात्रा में खनन होता है। इस कारण यहा बने रेल पुल और पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे में बने पुल को भी नुकसान पहुंच चुका है।
सुविधाएं संवारी, पीछा नहीं छोड़ रही समस्याएं
लंबे समय के बाद पठानकोट-जोगेंद्रनगर रेल मार्ग की तरफ सरकार ने ध्यान दिया है। तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल के प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के साथ कागड़ा घाटी रेल का हवाई सर्वे करने के बाद यहा ट्रैक को सुधारने के साथ-साथ नए रेल इंजन भी आए हैं। साथ ही एक एक्सप्रेस ट्रेन भी शुरू की गई लेकिन करीब चार-पाच साल से यह रेलमार्ग लगातार बंद हो रहा है।
मरम्मत के बाद ही सेवा सुचारू होगी
फिरोजपुर की डीआरएम डाक्टर सीमा शर्मा का कहना है चक्की दरिया में अधिक पानी आने के कारण रेलवे पुल के नीचे बनाई गई सेफ्टी वाल को नुकसान पहुंचा है। इस कारण चक्की रेल पुल अनसेफ हुआ है। इसे फिलहाल बंद कर दिया है। मरम्मत के बाद ही रेल यातायात बहाल हो पाएगा।