शिमला- जसपाल ठाकुर
आठ बार के विधायक और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने मंडी संसदीय सीट का उपचुनाव लड़ने से साफ इंकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि मेरे पास संसाधनों और धनराशि की कमी है। वर्ष 2022 में विधानसभा का आखिरी चुनाव लड़ना है। पार्टी जिसे भी मंडी से प्रत्याशी तय करेगी, उसके लिए पूरी मेहनत से काम किया जाएगा।
गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला पहुंचे कौल सिंह ने अमर उजाला से विशेष बातचीत में कहा कि बीते दिनों उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर के साथ मंडी संसदीय क्षेत्र का दौरा किया है। अधिकांश कार्यकर्ता मंडी से पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह के लिए टिकट चाहते हैं।
प्रतिभा सिंह सबसे सशक्त उम्मीदवार हैं। हाईकमान नेे मुझसे भी चुनाव लड़ने को लेकर राय मांगी थी, लेकिन मैंने चुनाव लड़ने से इंकार किया है। पंडित सुखराम परिवार के खिलाफ मुखर होते हुए कौल सिंह ने कहा कि हाईकमान को बीते चुनाव में हुई हार के मार्जन पर विचार करने के बाद ही टिकट फाइनल करना चाहिए।
मंडी संसदीय सीट में बीते चुनाव को छोड़कर आज तक भाजपा या कांग्रेस का कोई भी उम्मीदवार चार लाख मतों के अंतर से नहीं हारा है। उन्होंने भाजपा से मंत्री महेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतरने की चेतावनी देते हुए कहा कि उपचुनाव में महेंद्र सिंह को हम आइना दिखाएंगे।
सुखराम की एक समय में धाक थी, अब वो बात नहीं
कौल सिंह ने कहा कि पंडित सुखराम की एक समय मंडी संसदीय सीट पर धाक थी, लेकिन अब वो बात नहीं है। बीते लोकसभा चुनाव से पहले आश्रय शर्मा ने संसदीय सीट का दौर कर भाजपा टिकट मिलने के बयान दिए थे। भाजपा ने जब स्वर्गीय रामस्वरूप शर्मा को टिकट दे दिया तो आश्रय ने कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात कर टिकट प्राप्त किया।
महेंद्र सिंह की संगत में खराब हो रहा जयराम का नाम
पूर्व मंत्री कौल सिंह ने कहा कि मंत्री महेंद्र सिंह की संगत में रहकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम खराब हो रहा है। महेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को झूठ बोलना और भ्रष्टाचार करना सिखा दिया है। केंद्र और राज्य सरकार की डबल इंजन जैसी कोई बात नहीं है। केंद्र का इंजन सात साल में हांफ गया है। हिमाचल में जयराम सरकार का इंजन अभी तक स्टार्ट ही नहीं हुआ है।