किसान संघो ने मंडी में बनाई ज़िला स्तरीय फेडेरेशन, जोगिन्दर वालिया को चुना सयोंजक

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मंडी – अजय सूर्या                                                                               

मंडी ज़िला में विभिन्न विभागों व संस्थाओं द्धारा गठित किये गए किसान उत्पादक संघों-एफ़पीओ और ओएफपीओ ने आज मंडी में एक ज़िला स्तरीय फेडेरेशन का गठन किया।जिसकी 21 सदस्यीय कमेटी और सात सदस्यों का कार्य समूह गठित किया गया। जिसका सयोंजक जोगिन्दर वालिया को बनाया गया तथा धर्मपुर से सत्तपाल चौहान सरोआ से धनी राम बगस्याड से भामा देवी सदर से नरेश कुमार और करसोग से करतार सिंह को सदस्य बनाया गया।

गौरतलब है कि मंडी ज़िला में वर्तमान में 18 एफ़पीओ और एफ़पीओ नाबार्ड, एनसीडीसी और कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर ने गठित किये हैं। जिनमें से बहुत से एफ़पीओ उत्पादन कार्य कर रहे हैं और उनकी बिक्री भी कर रहे हैं लेक़िन अब इन सब उत्पादों की बिक्री इस फेडेरेशन के माध्य्म से योजनाबद्ध तरीके से की जायेगी।

आज यह भी फ़ैसला लिया गया कि इस फेडेरेशन का अपना अलग से नाम, लोगो (चिन्ह) और ब्रांड भी तैयार किया जाएगा। जिस ब्रांड नाम से इन उत्पादों की मॉर्केटिंग स्थानीय स्तर से लेकर ऑनलाइन माध्यम से अंतरराष्ट्रीय बाजार तक की जायेगी।वर्तमान में धर्मपुर का एफ़पीओ हल्दी पाउडर, मोटे अनाज का मिश्रित आटा, चाय, लड्डू और अन्य मिठाईयां स्थानीय मौसमी फलों का आचार और मशरूम के उत्पाद बना रहा है और बिक्री भी कर रहा है।

इसके अलावा बगस्याड गोहर का ग्रुप देशी गाय के दूध से पनीर व घी तथा अन्य उत्पाद बना रहा है। इसी प्रकार चुराग-करसोग का एफ़पीओ खड्य सामग्री, दस्तकारी व स्थानीय परिधान तैयार कर रहा है। वहीं सरोआ गोहर का ओएफपीओ हैण्डलूम से बनने वाले सभी प्रकार के उत्पाद बना रहा वहीं फार्मरज-नगवाई की संस्था फ़लों का जूस जैम, आचार, चटनी इत्यादि तैयार कर रहा है।

इसके अलावा अनेकों महिला स्वयं सहायता समूह भी ऐसी ही सामग्री बना रहे हैं जिनको भी बिना लाइसेंस और ब्रांड के अपनी सामग्री बेचने में दिक्कतें आ रही हैं। इसलिए उन्हें भी ये फेडेरेशन सभी प्रकार की सहायता प्रदान करेगी। आज की कर्यशाला में पालमपुर की बैक टु बेसिक कम्पनी के राहुल सक्सेना ने मॉर्केटिंग की समस्याओं और उनके उपायों के बारे में बताया और उन्होंने कहा की एफ़पीओ को उत्पादों की गुणवत्ता के आधार पर बिक्री करने के लिए व्यवसायिक व्यक्ति व संस्थाओं से समन्वय स्थापित करना चाहिए।

मार्गदर्शक कंपनी के डॉ हरदयाल सिंह गुलेरिया ने कहा कि किसी भी प्रकार का खड्य पदार्थ बिना लाईसेंस के बाज़ार में बिक्री नहीं हो सकते हैं इसलिए सभी एफ़पीओ को ये लाइसेंस बनाने में ये फेडेरेशन मदद करेगी। उन्होंने क्वालिटी कंट्रोल के बारे में भी सभी को जानकारी देने और उन्हें लागू करने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा।

फार्मरज एफ़पीओ के जोगिंदर वालिय लिया। इसके अलावा मंडी साक्षरता एवं जन विकास समिति के सचिव भीम सिंह कोषाध्यक्ष भूपेंद्र सिंह समन्वयक रीना ने भी फेडेरेशन के महत्व के बारे जानकारी प्रदान की। इसके अलावा धर्मपुर किसान उत्पादक सहकारी सभा के अध्यक्ष सत्तपाल सिंह चौहान ने उनके एफ़पीओ की सफ़लता बारे प्रेजेंशन दी।

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