हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। किन्नौर जिले के भावा खड्ड में रविवार रात भयंकर बाढ़ आने से तबाही मच गई। जानकारी के अनुसार, बाढ़ की चपेट में आने से तीन मकान पूरी बह गए हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में भारी बरसात को लेकर रेड व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
किन्नौर – एस पी क्यूलो मथास
भारी बारिश ने उत्तर और पश्चिम भारत में तबाही मचा दी है। हिमाचल प्रदेश समेत पहाड़ी राज्यों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। बीते 24 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन, बादल फटने, घर ध्वस्त होने, पेड़ और बिजली गिरने से 34 लोगों की मौत हो गई है।
सबसे ज्यादा 11 मौतें हिमाचल में हुईं। हिमाचल के मंडी में ब्यास नदी के उफान में 40 साल पुराना पुल बह गया है। हिमाचल प्रदेश में तीसरे दिन भी मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। बारिश से ब्यास नदी का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। नदी के तटीय इलाकों में भारी नुकसान हुआ है।
ब्यास किनारे कई घर व होटल बह गए हैं। वहीं पार्वती व तीर्थन नदी व अन्य नदी नालों में बाढ़ जैसे हालात हैं। नदी किनारे बसें गांवों व घरों में पानी घुस गया है। कुल्लू जिले में दो दिनों से ब्लैकआउट है।
सड़कें व पेयजल आपूर्ति बंद होने से लोग और सैलानी परेशान हैं। मनाली के किसान भवन में फंसे सभी 29 लोगों को सोमवार सुबह रेस्क्यू कर सुरिक्षत निकाल लिया गया है। इसमें कई सैलानी भी मौजूद हैं।
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