काँगड़ा – राजीव जस्वाल
कांगड़ा के पुराना कांगड़ा-राजल रोड पर जयंती माता मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर गहरी खाई से किसी के चिल्लाने की आवाज आने पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने सर्च और रैस्क्यू अभियान चलाया। करीब 12 घंटे चले इस रैस्क्यू ऑप्रेशन के दौरान खाई में कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक कुत्ता फंसा हुआ मिला।
यह घटना बीते वीरवार को उस समय सामने आई जब मुख्य मार्ग से कुछ दूरी पर एक व्यक्ति को गहरी खाई से किसी के चिल्लाने की आवाज सुनाई दी। सूचना मिलने पर एसडीएम कांगड़ा, डीएसपी, फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं।
अभियान में स्थानीय लोगों ने भी मदद की। काफी देर तक जंगलों में तलाशने के बाद भी कोई व्यक्ति न तो झाड़ियों में फंसा मिला और न ही घायल अवस्था में पाया गया। यहां तक कि जान जोखिम में डालकर नदी को पार कर दूसरी तरफ भी तलाश की गई, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।
फायर ऑफिसर अशोक कुमार ने बताया कि शाम को ड्रोन की मदद से भी सर्च अभियान चलाया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। अगले दिन सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया और कई दमकल, पुलिस, एनडीआरएफ कर्मियों तथा स्थानीय लोगों ने मिलकर खाई में तलाश जारी रखी। काफी देर की मशक्कत के बाद झाड़ियों में एक कुत्ता फंसा हुआ मिला, जिसके बाद सर्च अभियान को समाप्त कर दिया गया।
डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा के बोल
डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि अगर कोई व्यक्ति लापता होता तो उसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज की जाती, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। प्रशासन, पुलिस और फायर ब्रिगेड के इस रैस्क्यू अभियान की सराहना की जा रही है, जिसने चीखने की आवाज के आधार पर तत्काल कार्रवाई कर संभावित हादसे को टालने का सराहनीय प्रयास किया।