धर्मशाला- राजीव जस्वाल
धर्मशाला महाविद्यालय में स्कूल ऑफ कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग विभाग द्वारा चलाई बी.टेक. एवं एम.सी.ए. प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए 23-11-21 से 27-11-201 तक ओरियंटेशन कम इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न वक्ता दूर-दूर से शामिल हुए एवं उन्होंने अपने अनुभव से बच्चों का मार्गदर्शन किया।
पहले दिन कॉलेज के प्राचार्य एवं कॉलेज के को-ऑर्डिनेटर कार्यक्रम में उपस्थित रहे तथा प्राचार्य जी के कर कमलों द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। पहले सत्र में स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग के को-ऑर्डिनेटर डॉ. विक्रम श्री वत्स ने छात्रों को संबोधित किया ।
इसी दिन के दूसरे सत्र में कॉलेज के प्राचार्य कम डायरेक्टर डॉ. राजेश कुमार शर्मा ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “कंप्यूटर को इंसान ने बनाया है ना कि कंप्यूटर ने इंसानी मस्तिष्क को”। दूसरे दिन के पहले सत्र में डॉ. धीरेंद्र शर्मा ,डीन इंजीनियरिंग एच.पी.टी.यू (हमीरपुर) ने शैक्षिक एवं सामाजिक विकास के बारे में बताया।
तीसरे दिन के पहले सत्र में डॉ. घनश्याम सिंह ठाकुर, एम.एन.एन.आई.टी. (भोपाल) ने सफलता के रहस्य के बारे में बताया। दूसरे सत्र में श्री आशुतोष वर्मा ,वाइस प्रेसिडेंट (रिस्पांस इनफॉर्मेटिक्स लिमिटेड) ने छात्रों को अपने पेशे को चुनने के बारे में बताया।तीसरे सत्र में डॉ. लोकेश चौहान, (डीन एकेडमिक्स) आई.आई.टी. (सूरत) ने साइबर सिक्योरिटी एवं फॉरेंसिक के बारे में बताया।
चौथे दिन के पहले सत्र में श्री निरंजन, टेक्निकल एक्सपर्ट एवं श्री सतपाल, मार्केटिंग एक्सपर्ट (DEKRA) ने दुबई से व्यवसायिक सेवाओं एवं अपनी कंपनी DEKRA के बारे में बताया। दूसरे सत्र में डॉ. रविंद्र पटेल,डीन फैकल्टी आर.जी.पी.वी. (भोपाल) ने सफलता के मूल्य के बारे में छात्रों को अवगत कराया।
इस कार्यक्रम के अंतिम दिन का पहला सत्र श्री निकोलस मींच, बिजनेस हेड सिंगापुर (happyeasygo.com ) द्वारा लिया गया जिसमें उन्होंने इ- कॉमर्स बिज़नेस, स्मार्टफोन पेनिट्रेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में अवगत कराया।
दूसरे सत्र में डॉ. पूनम शर्मा द्वारा छात्रों को साइबरसिक्योरिटी के बारे में बताया गया। फिर एक-एक कर कर पूनम जी ने छात्रों के सभी प्रश्नों के उत्तर दिए।अंत में कॉलेज के उपप्राचार्य डॉ. मीनाक्षी दत्ता ने यह सुनिश्चित किया कि छात्रों को अपने भविष्य को लेकर कोई समस्या तो नहीं है एवं उन्होंने अपने बहुमूल्य शब्दों से छात्रों का मार्गदर्शन किया। इस संपूर्ण कार्यक्रम के दौरान एच.ओ.डी. डॉ. पवन ठाकुर एवं अन्य अध्यापक गण भी मौजूद रहे।