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प्रागपुर- आशीष कुमार

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कंगना को पद्मश्री देना सरकार राजनीतिक एवं देश की आजादी का उपहास उड़ाना है। देश की आजादी के लिए लड़ कर शहीद हुए वीरों शहीद भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोष जैसे तमाम क्रांतिवीरों का यह कह कर कि 1947 में मिली आजादी भीख है, इन क्रांतिवीरों का मजाक उड़ाया है।

जसवां परागपुर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेंद्र मनकोटिया ने कहा कि देश, देश की आजादी एवं आजादी के परवानो का मजाक उड़ाने वाली कंगना रणौत से पद्मश्री वापिस लेकर उससे पद्मश्री वापिस ले लेना चाहिए। मनकोटिया ने कहा कि पिछले दिनों जसवां परागपुर में आए मेजर जरनल जीडी बख्शी ने भी आजादी के महानायको महात्मा गांधी एवं जवाहर लाल नेहरू का दुर्भाग्यपूर्ण एवं निदनीय रूप से मजाक उड़ाया था। मनकोटिया ने कहा कि जसवां परागपुर में इन दिनों जंगल राज है।

संसारपुर टैरेस के लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में एसडीओ पर जानलेवा हमला करने वाले असमाजिक तत्वों का पुलिस आज तक न जाने क्यों पता नहीं लगा पाई है। मनकोटिया ने इस दौरान कटाक्षपूर्ण लहजे में कहा कि चंडीगढ़ हिमाचल भवन में 16 लाख रुपये नकद पकड़े जाने की अफवाह के पीछे क्या राज है? यह इन दिनों जसवां परागपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है।

इससे पूर्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव सपन सूद ने भी जीडी बख्शी की बात का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि वीरभूमि हिमाचल की धरती पर सैनिक की मर्यादा भूले सेवानिवृत जनरल जीडी बक्शी आज़ाद हिन्द फौज के सैनिक परिवारों के सम्मान समारोह की आड़ में अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को अंग्रेज प्रधानमंत्री क्लिमैंट रिचर्ड ऐटली के लेख पर आधारित शब्दों से अपमानित किया है।

देश की आजादी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के योगदान पर प्रश्नचिन्ह लगाकर तथाकथित इतिहासकार बने सेवानिवृत जनरल जी डी बक्शी ने भाजपा के प्रभाव में अन्य महान स्वतंत्रता सैनानियों का भी अपमान किया है।

सेवानिवृत जनरल जीडी बक्शी के महात्मा गांधी व अन्य स्वतंत्रता सैनानियों के प्रति दिए गए व्यक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा की कांग्रेस पार्टी स्वतंत्रता सैनानियों के सम्मान पर किए गए प्रहार की निंदा करती है।

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