गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में सड़कों पर उतरे ग्रामीण, ईच्छी पंचायत से गगल तक निकाली रैली
हिमखबर डेस्क
गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण के विरोध में ग्रामीण शुक्रवार को स्थानीय विधायक पवन काजल के साथ सड़कों पर उतरे। ग्रामीणों ने काले झंडे लेकर सरकार के खिलाफ ईच्छी पंचायत से लेकर गगल चाैक तक रोष रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। छोटे बच्चों को लेकर महिलाएं भी सड़कों पर उतरीं।
इस अवसर पर विधायक पवन काजल ने सरकार से पूछा कि पड़ोसी राज्य में दो-दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट होने के बावजूद आखिरकार सरकार का गगल एयरपोर्ट का विस्तार करना इतना जरूरी क्यों है? उन्होंने कहा कि हिमाचल के साथ लगते पड़ोसी राज्य पंजाब व अमृतसर में पहले से ही इंटरनेशनल एयरपोर्ट बने हैं।
अब ऐसे में जो यात्री मंडी जाएंगे वे गगल एयरपोर्ट नहीं आएंगे और पंजाब एयरपोर्ट पर उतरेंगे तो ऐसे में अगर गगल में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनता है तो यहां पर पूरी तरह से फेल हो जाएगा। विधायक ने कहा कि वे पहले भी गगल एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के विरोध में थे और अब भी हैं और आगे भी रहेंगे।
प्रदर्शन के दौरान पवन काजल ने कहा कि वे जब कांग्रेस सरकार में थे तब पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सभी पार्टियों को एक जी जवाब दिया था कि गगल एयरपोर्ट का विस्तारीकरण तो ठीक है लेकिन हजारों लोगों को उजाड़ना सही नहीं होगा। पवन काजल ने कहा कि वीरभद्र सिंह गगल में बसे लोगों को उजाड़ने के हक में नहीं थे। लेकिन वर्तमान में लोगों को उजाड़ा जा रहा है।
विधायक ने इस मामले पर लोगों के साथ उच्च न्यायालय जाने की भी बात कही। गगल संघर्ष समिति के अध्यक्ष रजनीश मोना ने कहा कि एयरपोर्ट का विस्तार किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि गगल एयरपोर्ट विस्तारीकरण का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। लेकिन सरकार उच्च न्यायालय के आदेशों को भी दरकिनार करते नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि अगर एयरपोर्ट का विस्तार होता है तो हजारों लोग बेघर हो जाएंगे।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर ईच्छी पंचायत की प्रधान कुशमलता, पूर्व प्रधान विजय कुमार,सहौड़ा के पूर्व प्रधान विजय, मटौर पंचायत के प्रधान निर्मल सिंह ,उप प्रधान सजीव कुमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्य प्रकाश सोनी,चंपा भारद्वाज, रेखा, सरोज कुमारी, हंसराज वेद चट्टानी, उपाध्यक्ष मंडल कांगड़ा आशोक सहित अन्य माैजूद रहे।