धर्मशाला, 03 जुलाई। राजीव जस्वाल
कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पंचायत स्तर पर गठित कोविड प्रबंधन टास्क फोर्स के सदस्यों तथा वालंटियर्स को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने शनिवार को उपमंडलाधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्तर पर ही वालंटियर्स के कोविड प्रबंधन में प्रशिक्षित होने से काफी हद तक कोविड से निपटा जा सकता है इससे अस्पतालों में भी मरीज सीमित संख्या में ही पहुंचेंगे और अन्य कोविड संक्रमितों के उपचार की ग्रामीण स्तर पर ही व्यवस्था की जा सकती है।
उन्होंने उपमंडलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोविड टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी करने के लिए आवश्यक प्रबंध किए जाएं, टेस्टिंग से ही कोविड संक्रमण का प्रारंभिक तौर पर पता लगाया जा सकता है और संक्रमण को समाज में फैलने से रोका जा सकता है।
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संपर्क सूची की नियमित तौर पर मॉनिटरिंग करना जरूरी है इस के लिए एसडीएम तथा खंड चिकित्सा अधिकारी अपने अपने स्तर पर कारगर कदम उठाएं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि कांगड़ा जिला में होटल कारोबारियों, दुकानदारों के भी पंद्रह दिन में एक बार कोविड टेस्टिंग के निर्देश दिए गए हैं इस के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष शिविर आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए हैं और पर्यटन विभाग के अधिकारियों को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि जिला भर में कोविड प्रोटाकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए सभी उपमंडलाधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक दूरी, मास्क का उपयोग करने तथा हाथों को बार बार धोने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है इसके साथ ही कोविड टीकाकरण के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ग्रामीण स्तर पर भी टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं ताकि ग्रामीणों को घर द्वार पर ही टीकाकरण की सुविधा मिल सके।
इससे पहले एडीएम रोहित राठौर ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए जिला में कोविड से बचाव के लिए प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर सभी उपमंडलाधिकारी उपस्थित थे।