राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय बाल्मीकि महासभा नई दिल्ली व जिला उपाध्यक्ष जिला अनुसूचित जाति मोर्चा जिला कांगड़ा ने पुलिसथाना काँगड़ा व पुलिस विभाग पर उठाए सवाल
व्यूरो रिपोर्ट
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, व जिला उपाध्यक्ष भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के सुदेश सहोंतरा ने पुलिस थाना और पुलिस विभाग पर उठाये सवाल उन्होने कहा पहले मैं आप सभी से क्षमा याचना चाहता हूं, कि मैं कोई राजनीति नहीं कर रहा हूं और ना ही मुझेअपने आप को हाईलाइट करना है परअगर गलत हो रहा हो तो मानवता के आधार पर हर किसी का फर्ज बनता है।
अपनी आवाज को सरकार तक पहुंचाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए, बात उस मर्डर कांड की है जो कुछ दिन पहले गांव वीरता में हुआ है क्योंकि जिस पुलिस वाले को लड़ाई के बारे में सूचना ही नहीं दी थी बल्कि मुलजिमओ के विरुद्ध शिकायत पत्र दिया था कि यह परिवार वाले लड़ रहे हैं।
उस हवालदार ने उसे इतने हल्के में लिया की मौके पर जाना उचित नहीं समझा कारणवश उन्होंने साजिश के तहत प्रार्थियों के पर कातिलाना हमला किया परिणाम स्वरूप इस खूनी जंग में परिवार के इकलौते चिराग राकेश को अपनी जान से हाथ धोने पड़े और बचाव करने वाले सुभाष चंद्र को भी ना अपने नए घर पर रहना मिला और ना ही बेटी के सपने को पूरा कर सका।
वह भी इस दुनिया को अलविदा कर चूका है इतनी दर्दनाक घटना पर पुलिस विभाग ने थाना के दोषी पुलिस वाले को लाइन हाजिर कर के अपने सिर का बोझ हल्का कर लिया,जबकि कुल्लू में दो पुलिस ऑफिसर के बीच थप्पड़ और लात चली तो उन दोनों को सस्पेंड कर दिया गया यहां मामला कत्ल का है।
लाइन हाजिर कर के अपना पल्लू झाड़ लिया उस दोषी पुलिस वाले को भी सस्पेंड करवा कर छोड़ेंगे और जिन की ट्रांसफर की है, धड़ल्ले से कांगड़ा में ही रह रहे हैं लगता है पीछे से कोई राजनीति दबाव है।
पुलिस भूल गई है कि मैंने जिस दिन राकेश कुमार का अंतिम संस्कार हुआ समाचार के माध्यम से 15 दिन का अल्टीमेट दिया हुआ है अगर पुलिस विभाग इस पर गंभीर नहीं हुआ तो बहुत बड़ा प्रदर्शन होगा हो सकता है।
भूख हड़ताल पर भी बैठना पड़ जाये तो पीछे नहीं हटूंगा मांग केवल यही रहेगी कि दोस्ती पुलिस वाले को सस्पेंड किया जाए और यह जो लंबे समय से कांगड़ा थाना में फेविकोल की तरह चिपके हुए हैं।
उनको शीघ्र यहां से ट्रांसफर किया जाए सुना था कि पंकज कोठारी एक अन्य पुलिस वाले की बदली कर दी गई है पर बो धड़ल्ले से कांगड़ा में अपनी सेवाएं दे सुना है की ज़ब भी इसे यहाँ से ट्रांसफर किया जाता है तो यह रुकबा लेता है।
अब ऐसा नहीं होगा अगर हुआ तो जिस राजनीति नेता की छाया है उसका नाम लेने से बहु गुरेज नहीं करूंगा जो बहुत से पुलिस वालो की नशे माफिया वालो से दोस्ती हो सकती है, क्योंकि यह विभाग ही ऐसा है अगर कोई लंबे समय से थाना में अपनी सेवाएं दे रहा है।
नशे माफिया वाले ऐसे लोगों से अपनी दोस्ती कर लेते हैं जिस कारण नशे माफिया वाले धड़ल्ले से अपना कारोबार करते हैं मेरी एक बार फिर से पुलिस प्रशासन से प्रार्थना है कि दोषी पुलिस वाले को सस्पेंड किया जाए और लंबे समय से थाना में रह रहे पुलिसकर्मियों का तबादला किया जाए अन्यथा पुलिस थाना का के स्टाफ का तबादले पर संघर्ष शुरू हो जायेगा।
क्योंकि मरने वाले तो मर चुके हैं दोषियों का फैसला कोर्ट ने करना है पर इन सिरफिरे पुलिस वालों पर नकेल आम जनता कस सकती है, ताकि कांगड़ा की जनता को स्वछ छवि वाले पुलिस थाना में अपनी सेवाएं दे सकें और कांगड़ा की जनता अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकें।
सुदेश सहोंतरा
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
अखिल वाल्मीकि महासभा
नई दिल्ली
जिला उपाध्यक्ष
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा
जिला कांगड़ा।