शिमला – नितिश पठानियां
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की प्रतिष्ठित परीक्षा में 325वां रैंक हासिल कर आयुषी ठाकुर ने हिमाचल के जुन्गा क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इस सफलता पर वीरवार को जुन्गा में आयुषी का फूलमालाओं और ढोल-नगाड़ों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पंचायत घर में उनके सम्मान में एक विशेष समारोह भी आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
आयुषी ठाकुर जुन्गा क्षेत्र की पहली बेटी हैं, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में चयन पाया है। इससे पहले वर्ष 2013 में चमियाणा सांगटी से भानु प्रताप सिंह तंवर ने यह उपलब्धि हासिल की थी। वर्तमान में वे भारत सरकार में संयुक्त आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं।
आयुषी मूलतः भड़ेच पंचायत से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता मदन मोहन वर्तमान में भड़ेच पंचायत के प्रधान हैं और माता सुलक्षणा गृहिणी हैं। आयुषी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा क्योंथल कान्वेंट स्कूल जुन्गा से प्राप्त की और 12वीं तक की पढ़ाई शिमला के ऑकलैंड स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने स्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की और इग्नू से महिला सशक्तिकरण में डिप्लोमा भी किया।
सबसे खास बात यह रही कि आयुषी ने किसी कोचिंग संस्थान की सहायता के बिना यह कठिन परीक्षा पास की। पहले दो प्रयासों में असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और तीसरे प्रयास में सफलता प्राप्त कर ली।
अपने संबोधन में आयुषी ने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों की शिक्षा को लेकर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता, जबकि बेटियां हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने आग्रह किया कि बेटियों की शिक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। आयुषी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया और युवाओं से कहा कि लक्ष्य ऊंचा रखें, असफलता से घबराएं नहीं बल्कि सीख लें – सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।
ये रहे उपस्थित
समारोह में तहसीलदार जुन्गा नारायण वर्मा, प्रधान बंसीलाल कश्यप, व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश कौशल, सचिव रमेश सोनी, राज्य सहकारी बैंक और ग्रामीण बैंक के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।