सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले आज के समय के युवा पैसे के साथ रुतवे वाली नौकरी चाहते हैं। ऐसे में सीबीआई में ऑफिसर बनकर अपना व अपनों का सपना पूरा कर सकते हैं…
हिमखबर डेस्क
देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (सीबीआई) में काम करने का हर भारतवासी का सपना होता है। यह एजेंसी बड़े-बड़े आपराधिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हुए कई प्रकार के मामलों की इनवेस्टिगेशन करती है। आजकल लगातार कई हाई प्रोफाइल केस में सीबीआई की इन्वेस्टीगेशन की खबरें आती रहती हैं।
आजकल एक सीबीआई अफसर बनना कई युवाओं का सपना है। इसमें एक अच्छा ओहदा तो मिलता ही है, साथ ही सम्मान और सैलरी भरपूर है। इस फील्ड में कदम रखने के लिए एंट्रेंस एग्जाम पास करना होगा। यह कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार के अधिकार क्षेत्र में काम करते हैं।
भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो का हिस्सा बनना बहुत मुश्किल है। इस प्रतिष्ठित संगठन में चयनित होने के लिए उम्मीदवार को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए।
योग्यताएं
सीबीआई में एक अधिकारी बनने के लिए योग्यता के रूप में समझे जाने वाले पात्रता मानदंड के कुछ सेट हैं। केवल उन आवश्यकताओं को पूरा करने वाले उम्मीदवार ही इस पद के लिए पात्र होते हैं…
- उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से न्यूनतम 50 फीसदी अंकों के साथ स्नातक की पढ़ाई पूरी करनी चाहिए।
- आवेदन करने के लिए न्यूनतम आयु 20 वर्ष एवं अधिकतम आयु 30 वर्ष तय की गई है।
- सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आयु सीमा 30 वर्ष है। अन्य पिछड़ा वर्ग में उच्च निरीक्षक पद के लिए अधिकतम आयु 33 वर्ष, तो वहीं एससी/एसटी वर्ग वाले उम्मीदवारों के लिए ऊपरी आयु 35 वर्ष निर्धारित की गई है।
- शारीरिक फिटनेस एक और सीबीआई आवश्यकता है, जो उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है। पुरुष उम्मीदवारों की न्यूनतम ऊंचाई 165 सेमी और महिला उम्मीदवारों के लिए 150 सेमी होनी चाहिए। पुरुष उम्मीदवारों के लिए सीने का माप 76 सेमी होना चाहिए।
- अभ्यर्थियों की नजर असाधारण होनी चाहिए।
दृष्टि के लिए आवश्यक पैरामीटर (चश्मे के साथ या चश्मे के बिना) हैं…
- दूर की दृष्टि : एक आंख में 6/6 और दूसरी आंख में 6/9
- निकट दृष्टि : एक आंख में 0.6 और दूसरी आंख में 0.8
कौशल
- गहरी अवलोकन शक्तियां
- विश्लेषणात्मक दिमाग
- काम के दबाव को संभालने की क्षमता
- एकाग्रता का उच्च स्तर
- आवश्यकता पडऩे पर यात्रा करने की तैयारी
- अधिक समय तक कार्य करने की क्षमता
- अच्छी सहनशक्ति
- मानसिक और शारीरिक फिटनेस
कत्र्तव्य
सीबीआई अधिकारी अपने पूरे करियर में ‘उद्यमिता, निष्पक्षता और ईमानदारी’ के आदर्श वाक्य का पालन करते हैं। एक सीबीआई अधिकारी को अपने कार्यकाल के दौरान निम्नलिखित कई जिम्मेदारियां निभानी पड़ती हैं…
हाई प्रोफाइल अपराधों से निपटना
जांच अधिकारी साइबर और आईटी अपराधों की जांच में मदद करना पर्यावरण, कला, संस्कृति और हमारी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करना स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करना और भ्रष्टाचार को रोकना केंद्रीय संस्थानों के विशेष और वित्तीय मामलों को संभालना मौलिक अधिकारों का निष्पक्ष वितरण सुनिश्चित करना आर्थिक एवं जघन्य अपराधों पर अंकुश लगाना
दो परिक्षाओं से बनते हैं ऑफिसर
सीबीआई ऑफिसर बनने के लिए मुख्य रूप से दो परीक्षाएं होती हैं। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और एसएससी सीजीएल परीक्षा। सीबीआई में ग्रुप-ए ऑफिसर बनने के लिए आपको सिविल सेवा परीक्षा पास करके आईपीएस ऑफिसर बनना होता है, जबकि सीबीआई में सब-इंस्पेक्टर बनने के लिए आपको एसएससी सीजीएल परीक्षा देनी होती है।
- एसएससी सीजीएल परीक्षा :
एसएससी सीजीएल भर्ती परीक्षा के माध्यम से सीबीआई में सब-इंस्पेक्टर पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। सब-इंस्पेक्टर के लिए शैक्षणिक योग्यता के लिए किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री या समकक्ष की आवश्यकता होती है, इसलिए 20 से 30 साल की उम्र के ग्रेजुएट्स इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा :
सीबीआई अधिकारी (ग्रुप ए) की भर्ती यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से की जाती है। संघ लोक सेवा आयोग आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और अन्य संबद्ध सेवाओं सहित भारत की सिविल सेवाओं में उपयुक्त उम्मीदवारों की भर्ती करता है। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में तीन चरण होते हैं अर्थात यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा, यूपीएससी मुख्य और व्यक्तित्व परीक्षण, या यूपीएससी साक्षात्कार। जिन कैंडीडेट्स ने किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन की हुई है, वे यूपीएससी एग्जाम में शामिल होने के लिए योग्य हैं।
इन डिवीजन में पोस्टिंग
एग्जाम पास करने और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ज्यादतर चुने हुए कैंडीडेट्स के पास सीबीआई हैडक्वार्टर में दिल्ली जोन में पोस्टिंग पाने का मौका होता है। हालांकि, सीबीआई की पोस्टिंग आम तौर पर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि मेट्रो शहरों में ही दी जाती है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन की कुल सात ब्रांच हैं। हर एक ब्रांच एक खास प्रकार की इनवेस्टिगेशन में माहिर है।
- द एंटी करप्शन डिवीजन
- द स्पेशनल क्राइम डिवीजन
- द इकोनॉमिक ऑफेंस डिवीजन
- द पॉलिसी एंड इंटरपोल कॉरपोरेशन डिवीजन
- द डिवीजन ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन
- द डायरेक्टरेट ऑफ प्रॉसिक्यूशन डिवीजन
- द डिवीजन फॉर सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी