Alert ! ऐसे भी हो सकती है, आपकी जेब साफ़, पढ़िए नाहन के शख्स से 35 लाख की ठगी की दास्तां

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सिरमौर – नरेश कुमार राधे

हिमाचल प्रदेश के “नाहन” में एक व्यक्ति कथित निवेशकों के झांसे में आकर करीब 35 लाख रुपए की ठगी का शिकार हो गया। ठगों ने निवेश की आड़ में ऐसा षड्यंत्र रचा कि जब तक पीड़ित को इसका एहसास हुआ, तब तक वो जीवनभर की जमा पूंजी गंवा चुका था। ये भी इतफ़ाक़ है, सिरमौर में पुलिस की शानदार साइबर टीम है, हैरत नहीं होगी यदि जल्द ही खाकी ठगों के गिरेबान तक पहुंच जाए।

ठगी की शुरुआत

नाहन के यशवंत विहार क्षेत्र के एक व्यक्ति ने सदर पुलिस थाना में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसे व्हाट्सएप पर एक ग्रुप में जोड़ा गया था, जहां प्रतिदिन स्टॉक मार्केट से जुड़ी जानकारी साझा की जाती थी। ग्रुप में प्रोफेसर सिद्धार्थ नामक एक व्यक्ति स्टॉक मार्केट की दैनिक जानकारी देता था। कुछ समय बाद, शिकायतकर्ता को एक अन्य ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें भी वही जानकारी दी जाती थी।

5 गुणा और 10 गुणा रिटर्न का लालच

कुछ दिन बाद कथित निवेशकों ने ग्रुप में एक योजना चलाई, जिसमें 5 गुणा और 10 गुणा रिटर्न का भरोसा दिलाया गया। ग्रुप में प्रो. सिद्धार्थ की प्रशंसा करते हुए वीडियो भी शेयर किए गए। इसके बाद शिकायतकर्ता को एक ऐप पर अकाउंट खोलने और उसके लाभों के बारे में बताया गया। शिकायतकर्ता ने अपना आधार कार्ड और पैन कार्ड नंबर अपलोड किया, जिसके बाद उसे अकाउंट अप्रूवल का मैसेज मिला।

लाखों की ठगी

शिकायतकर्ता ने 2 मई 2024 को व्हाट्सएप पर दिए गए अकाउंट नंबर में 50,000 रुपए जमा किए। इसके बाद उसने 3 लाख रुपए भी जमा किए। 6 मई को उसने 10,000 रुपए निकालने की कोशिश की, जो उसके पीएनबी के खाते में 2-3 घंटे में आ गए।

इस पर शिकायतकर्ता को ठगों पर और अधिक विश्वास हो गया। ठगों ने तीन लोगों का ग्रुप  बनाया, जिसमें प्रो. सिद्धार्थ और एक अन्य व्यक्ति शामिल थे, और शिकायतकर्ता को और निवेश करने के लिए प्रेरित किया।

परिवार की जमा पूंजी भी गंवाई

शिकायतकर्ता ने अपनी पत्नी और पिता से भी पैसे उधार लेकर निवेश किया। 8 मई को उसने अपनी पत्नी के खाते से 4.81 लाख रुपए और 14 मई को 55,000 रुपए जमा किए। ठगों ने परिवार और लग्जरी जीवन के लिए अधिक निवेश करने की सलाह दी।

जब शिकायतकर्ता ने और निवेश करने से इनकार किया, तो ठगों ने उसे 20 लाख रुपए बिना ब्याज के लोन देने का झांसा दिया। इसके बाद, उसने अपने पिता से 28 लाख रुपए लेकर निवेश कर दिया।

ठगी का खुलासा

30 मई 2024 को, जब विक्रम सिंह घर पहुंचे, तो उनकी पत्नी ने उन्हें यूट्यूब पर एक वीडियो दिखाया, जिसमें बताया गया था कि यह ऐप एक स्कैम ऐप है। इसके बाद, उन्होंने बैंक जाकर उस खाते की जानकारी ली, जिसमें पैसे जमा किए थे, तो पता चला कि उस खाते पर पहले ही किसी ने फ्रिज करवा दिया है।

पुलिस ने शिकायत पर सदर पुलिस थाना में आईपीसी की धारा 420 (IPC) के तहत केस दर्ज किया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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