ब्यूरो – रिपोर्ट
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (सीयू) वीडियो मामले में गिरफ्तार सेना के जवान संजीव से एसआइटी पूछताछ कर रही है। छात्रा समेत सभी आरोपित फिर से पांच दिन के रिमांड पर हैं। सभी आरोपितों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही है।
वहीं, विशेष जांच दल (एसआइटी) को फौजी से इस बात का पता चला कि आरोपित छात्रा उसे अपने वीडियो भेज रही थी। छात्रा ने आरोप लगाया कि वह उसके माध्यम से रंकज के साथ चैट कर रही थी क्योंकि फौजी ने उसकी आइडी पर रंकज की डिस्प्ले पिक्चर (डीपी) का इस्तेमाल किया था।
सूत्रों के अनुसार फौजी को छात्रा के बारे में सन्नी से पता चला था। वहीं, दूसरी ओर फौजी संजीव ने अदालत में जज के सामने दावा किया कि रंकज उसके बारे में अनजान है कि वह उसकी डीपी का उपयोग सीयू की छात्रा के साथ चैट करने के लिए कर रहा था। उन्होंने यह भी कहा कि रंकज का मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
एसआइटी को फौजी ने बताया कि वह रंकज की फर्जी आइडी का उपयोग कर छात्रा को ब्लैकमेल कर रहा था। उसने अपना वीडियो उसे भेजा था और फिर उसने उसे अन्य छात्राओं के वीडियो भेजने के लिए मजबूर किया, लेकिन जैसे ही वह अन्य छात्राओं के वीडियो शूट करने प्रयास किया, वह पकड़ी गई। फौजी छात्रा की ओर से भेजी वीडियो को स्टोर कर रहा था। हालांकि वह इस वीडियो का क्या करता था इसकी पूछताछ चल रही है।
अभी तक किसी आरोपित ने नहीं बताया दूसरी छात्राओं के वीडियो के बारे में
एसआइटी ने संजीव, सन्नी और रंकज को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की थी लेकिन वह अस्पष्ट बयान दे रहे हैं। अभी तक किसी ने भी यह स्वीकार नहीं किया कि आरोपित छात्रा को छोड़कर किसी अन्य छात्रा के वीडियो मिले हुए हैं और न ही एसआइटी को किसी अन्य छात्रा का वीडियो मिला है। एसआइटी ने रंकज को क्लीन चिट नहीं दी है।
रंकज की जमानत पर फैसला 29 सितंबर को होगा
रंकज वर्मा के वकील हरविंदर सिंह जोहल ने खरड़ कोर्ट में रंकज की जमानत याचिका दायर की थी। सुनवाई आज थी लेकिन पुलिस ने अपना रिप्लाई नहीं दिया, जिस कारण अदालत ने जमानत याचिका के लिए 29 सितंबर की तारीख निश्चित की है। सभी आरोपित पांच दिन के पुलिस रिमांड पर हैं।
यूनिवर्सिटी खुलने के बाद नाममात्र ही स्टूडेंट्स पहुंचे
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी खुलने पर नाममात्र स्टूडेंट्स ही कैंपस पहुंचे। फर्स्ट सेमेस्टर के सभी छात्रों को अक्टूबर तक छुट्टी दी है, उन्हें आनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाया जाएगा। वहीं, सेकेंड और थर्ड सेमेस्टर के छात्रों को यूनिवर्सिटी बुलाया गया था। मंगलवार को पूरी यूनिवर्सिटी में मात्र सात हजार स्टूडेंट्स ही आए थे। ज्यादातर हास्टल खाली हैं। स्वजन त्योहारों के बाद ही अपने बच्चों को यूनिवर्सिटी भेजने की सोच रहे हैं।