कोटला – स्वयम
पूर्व पंचायत समिति सदस्य एवं वर्तमान उपप्रधान पंचायत डोल भटहेड़ साधू राम राणा ने प्रेस वार्ता में कहा कि आगामी चुनावों को लेकर ज्वाली विधानसभा के मौजूदा विधायक पर विरोधी दल कम और भाजपा के ही वरिष्ठ नेताओं ने ताबड़तोड़ हमले खुलेआम करना शुरू कर दिए हैं।
जिससे मौजूदा भाजपा विधायक की मुश्किलें टिकट को लेकर और टिकट मिलने पर जीत को लेकर आसान नहीं लग रहीं हैं। पिछले चुनाव में मौजूदा विधायक के खिलाफ ज्वाली में भाजपा विधायक को भाजपा के किसी भी बड़े स्तर के नेता का खुलेआम विरोध नहीं झेलना पड़ा था।
अतः इस कारण भाजपा का विधायक पिछले चुनाव में एकता का संदेश जनता के बीच प्रसारित करते हुए आसानी से चुनाव जीत गए था। लेकिन इस बार कोटला बैल्ट से तीन बार विधायक और मंत्री रहे हरबंस राणा खुलेआम चुनावी मंचों पर अपने समर्थकों सहित मौजूदा विधायक की कमियों को गिनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
जिसका अच्छा खासा प्रभाव कोटला बैल्ट में देखने को मिल रहा है क्योंकि हरबंस राणा का भले ही काफी समय से राजनीति तौर पर जनता से संपर्क टूट चुका है लेकिन आज भी भाजपा से जुड़े अधिकतर पुराने कार्यकर्ताओं का सीधा संपर्क हरबंस राणा से बना हुआ है।
उधर ज्वाली से भाजपा संगठन के भिन्न भिन्न पदों पर सालों साल सक्रिय रहे एडवोकेट भीखम पगड़ोत्रा की टीम ने भी मौजूदा विधायक की कमियों को जगजाहिर करना शुरू कर दिया है और इन सबके विरोध के बीच नगरोटा बैल्ट से विधायक का चुनाव लड़ने की महात्वाकांक्षा को लेकर भाजपा के तेजतर्रार समाजसेवी नेता संजय गुलेरिया ने तो जहां तक कह दिया कि भाजपा की टिकट नहीं मिलने पर जनता की सहमति से आजाद उमीदवार के रूप में चुनाव लड़कर शिमला पहुंचने केलिए तैयारी कर चुके।
अतः इन सब समीकरणों को उलटफेर दिशा में ले जाने केलिए भाजपा राज्य स्तर के युवा नेता विशाल चौहान ने भी बहुत ही संयोजित ढंग से एकाएक अपनी अप्रत्यक्ष रूप से दावेदारी का विगुल बजाकर भाजपा कैडर ज्वाली को इस असमंजस में डाल दिया है कि कहीं दोनों की लड़ाई का फायदा तीसरे पक्ष यानी युवा नेता विशाल चौहान को भाजपा हाईकमान द्वारा टिकट थमा कर सबके मनसूबों पर पानी फेरा जा सकता है।
लेकिन ऐसी परिस्थितियां बनने पर भी संजय गुलेरिया का टिकट न मिलने पर प्राइवेट बस का सफर भाजपा के विजय रथ का आसानी से शिमला पहुंचना मुश्किल लग रहा है।