शिमला – जसपाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती के पेपर लीक मामले में शिमला स्थित पुलिस मुख्यालय ने बड़ा खुलासा किया है। मुख्यालय से बुधवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार जिला सोलन में पुलिस भर्ती का जो पेपर लीक हुआ था, उसके पीछे जिला सीकर, राजस्थान, निवासी संदीप टेलर का हाथ था।
यह व्यक्ति चित्तौड़गढ़ में आयकर विभाग में कर सहायक समूह-सी के रूप में कार्यरत है। जांच में आगे खुलासा हुआ है कि उसशिमला – जसपाल ठाकुरने दो बिचौलियों वीरेंद्र कुमार और देव राज के जरिये सोलन और अर्की क्षेत्र के सात उम्मीदवारों से तीन लाख रुपये लिए थे, जिन्हें एसआइटी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
दोनों बिचौलियों को उनकी सेवाओं के लिए संदीप से 50,000 रुपये मिले। उम्मीदवारों द्वारा 80-90% भुगतान आनलाइन किया गया था, जबकि कुछ भुगतान नकद में किया गया था।
संदीप टेलर की पत्नी रिंकी पूर्वा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सांग्लिया, जिला सीकर में शिक्षक (टीजीटी विज्ञान) के रूप में कार्यरत हैं। यह खुलासा हुआ है कि कुछ राशि उसके बैंक में भी जमा करवा दी गई। जिससे उसकी भूमिका भी जांच दायरे में है।
शिमला पुलिस मुख्यालय के अनुसार सोलन जिले में पेपर लीक में शामिल आरोपितों के पास से अब तक एसआइटी की ओर से 14 मोबाइल फोन और तीन वाहन जब्त किए गए हैं।
संदीप टेलर को गिरफ्तार करने के लिए हिमाचल प्रदेश पुलिस की एक विशेष टीम पहले ही राजस्थान के चित्तौड़गढ़ और सीकर में तैनात की जा चुकी है।
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ने एसआइटी को स्थानीय पुलिस की सहायता सुनिश्चित करने के लिए राजस्थान के डीजीपी, एसपी चित्तौड़गढ़ और एसपी सीकर के संपर्क किया है। राजस्थान पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में भी पिछले सप्ताह पेपर लीक का मामला सामने आ चुका है।