सोलन – जीवन वर्मा
सोलन की एक पंचायत काटल दोची गाँव में एक पुश्तेनी मकान में अचानक आग लग गई। ग्रामीण 88 वर्षीय बेसाखी राम अपने पोते एवं पोत्रवधु एवं दो छोटे बच्चो सहित उसी मकान में सोये हुवे थे। गत रात्री लगभग 12 बजे के आस पास मकान की उपरली मंजिल से कुछ गिरने की आवाजे आने लगी।
बेसाखी राम के पोते ने समझा शायद उपर बिल्ली खेल रही हो। कुछ देर बाद कुछ गिरने का सिलसिला ज्यादा होने लगा। जिसके चलते कृष्णचंद अपने कमरे से बाहर आकर देखा तो वह जिस मकान में सोये हुवे थे उसके उपर भयानक आग की लपटे उठ रही थी।
उन्होंने कमरे में सोये अपने दादा बेसाखी राम अपनी पत्नी व छोटे छोटे दो बच्चो को कमरे से बाहर निकाला। ग्रामीणों को इसकी सुचना दे दी। उन्होंने जेसे तेसे ग्रामीण महिलाओं एवं पुरुषों ने गाँव के साथ लगते एक छोटे से प्राक्रतिक जल स्रोत से पानी से आग बुझाने की व्यवस्था की।
आग इतनी भयानक थी कि उक्त पानी भयंकर आग को बुझाने को काफी नही था। ग्रामीणों को मलाल है। सारी रात आपातकालीन 100 नम्बर पर फोन करते रहे लेकिन डायल करने पर रिचार्ज न होने के कारण सुविधा बंद का जवाब मिलता रहा।
सुबह होते स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों सहित नायब तहसील दार पुलिस प्रशासन भी मोके पर पंहुच गया। कृष्णचंद भगतराम, महेंद्र कुमार, जगदीश, दिलाराम, यशपाल, मेघराम, मिनादेवी, सत्यदेव चंपा सुशीला, दया, राजेन्द्र कुमार,हन्नी आदि ग्रामीणों ने कहा कि देर रात को बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया लेकिन सब तबाह हो गया था।
नायब तहसीलदार उप तहसील कुनिहार पूरनचंद से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गाँव में किसी मकान में आग लगने की सुचना मिलते ही मोके पर पंहुच गए थे। प्रशासन की और से फोरी राहत के तोर पर पांच हजार रूपये पीड़ित व्यक्ति को दिए गए है। नुक्सान का आंकलन बनया जा रहा है।