सिरमौर- नरेश कुमार
हिमाचल प्रदेश में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक पंक्ति कही,‘‘ काम इतनी खामोशी से करो कि आपकी सफलता शोर मचा दे’’। इन पंक्तियों में सफलता की जगह कर्तव्यनिष्ठा शब्द को शामिल कर लिया जाए तो इसकी कसौटी पर सिरमौर के राजपुरा स्वास्थ्य खंड की हैल्थ सुपरवाइजर ‘शीला देवी’ खरा उतरती हैं।
हैल्थ सुपरवाइजर शीला देवी की कर्तव्यनिष्ठा ने ऐसा शोर मचाया कि देश के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तक भी पहुंच गया। अब मंत्रालय अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर शीला देवी को वैक्सीनेटर के तौर पर सम्मानित करने जा रहा है।
अहम बात ये है कि समूचे देश से केवल 72 सर्वश्रेष्ठ महिला वैक्सीनेटर का चयन मंत्रालय ने किया है। इसमें शीला देवी के साथ-साथ कांगड़ा की स्टाफ नर्स इन्दू भी शामिल हैं। 38 सालों से स्वास्थ्य खंड राजपुरा में कार्यरत शीला देवी की कर्त्तव्य परायणता से हर कोई वाकिफ है।
लाजमी तौर पर अब आपके जहन में एक सवाल कौंध गया होगा, आखिर शीला देवी ने वैश्विक लाजमी तौर पर अब आपके जहन में एक सवाल कौंध गया होगा, आखिर शीला देवी ने वैश्विक महामारी में अपनी भूमिका कैसे निभाई। दरअसल शीला देवी के नाम पर एक दिन में सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक बगैर रुके 1000 कोरोना वैक्सीन लगाने का रिकाॅर्ड है। ये रिकाॅर्ड हिमाचल का है।
एक अहम बात ये है कि शीला देवी ने 16 जनवरी 2021 के बाद से एक दिन भी छुट्टी नहीं ली है। लगातार 298 दिन तक कोरोना वैक्सीन लगाई। अब तक वो 58,576 को कोविड वैक्सीन लगा चुकी हैं। 5 दिसंबर 2021 को एम्स बिलासपुर में भी शीला देवी को राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
8 मार्च 2022 को नई दिल्ली के नेशनल हैल्थ मिशन के मुख्यालय में राष्ट्रीय समारोह आयोजित किया जा रहा है। इसमें केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. मनसुख मांडविया व केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डाॅ भारती प्रवीण द्वारा देश की बैस्ट 72 वूमेन वैक्सीनेटर महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।
बता दें कि मंत्रालय द्वारा कोविड के फ्रंटलाइन हैल्थ वर्कर पर बनाया गया एक गीत भी कार्यक्रम में लॉन्च किया जाएगा। मंत्रालय के टीकाकरण डिवीजन की संयुक्त आयुक्त डाॅ. वीना धवन ने अपने एक संदेश में कहा कि ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर्स की वजह से ही भारत 175 करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा कर चुका है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में हैल्थ सुपरवाइजर शीला देवी ने कहा कि करीब 38 साल की नौकरी में कर्तव्य परायणता ही सर्वश्रेष्ठ प्राथमिकता रही। उनका कहना था कि 16 जनवरी 2021 से दिसंबर 2021 तक कोई छुट्टी नहीं ली। इस साल 2022 में छुट्टी ली है। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन के साथ-साथ इसे संभालने की भी जिम्मेदारी निभाई।
उन्होंने कहा कि अब भी वो लगातार वैक्सीन लगाने में जुटी हुई हैं, लेकिन अब 40 से 50 लोग ही औसतन वैक्सीनेशन के लिए आते हैं। उन्होंने बताया कि इसी साल जून महीने में रिटायरमेंट होनी है। अगर विभाग सेवानिवृत्ति के बाद भी समाज हित के लिए बुलाएगा तो वो हमेशा तत्पर हैं।