सिरमौर- नरेश कुमार राधे
स्थानीय यूको बैंक की शाखा में अनपढ़ बुजुर्ग महिला के खाते से फर्जी अंगूठा लगाकर 18 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है।
शुरुआती जानकारी के मुताबिक बुजुर्ग महिला को श्री रेणुका बांध प्रबंधन द्वारा महिला को मुआवजे के तौर पर एक करोड़ 46 लाख रुपये का मुआवजा मिला है।
तीन जुलाई 2019 में महिला के खाते से एक ही दिन में चार मर्तबा राशि को निकाला गया। निकासी फॉर्म पर महिला के अंगूठे के निशान भी लगे हुए हैं। खाते से 18 लाख रुपए की रकम निकाली गई है, जब महिला के पोते को इस बारे में पता चला तब मामला सतह पर आया।
पोते रामकिशन ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। दअरसल बुजुर्ग महिला अपने खाते से रकम का एक हिस्सा दान करना चाहती थी,इसके लिए महिला ने ही पोते को बैंक जाने को कहा था।
इसके बाद जेएमआईसी नाहन की अदालत ने बैंक के तत्कालीन प्रबंधक, एक अधिवक्ता व उसकी पत्नी व बेटी सहित तीन अन्य ग्रामीणों के विरुद्ध मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं। बेशक ही मामला पुराना है लेकिन गंभीर है क्योंकि सीधे-साधे बुजुर्ग ग्रामीणों को शायद पता तक नहीं होगा कि कितनी राशि उनके खाते में आ चुकी है।
डीएसपी संगड़ाह शक्ति सिंह ने बताया कि कोर्ट से आदेश मिल गए है। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों की पड़ताल के बाद ही धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जायेगा।
बहरहाल इस मामले में बैंक की कार्यप्रणाली भी संदेह के घेरे में आ गई है। नगद राशि के निकासी फार्म के पीछे अंगूठे के साथ-साथ जिस व्यक्ति को पेमेंट की गई है, उसके भी हस्ताक्षर करवाए जाते हैं।
बैंक प्रबंधक पैन कार्ड के बगैर इतनी बड़ी पेमेंट का भुगतान नहीं कर सकता। अमूमन लाखो की राशि की सूरत में बैंक द्वारा खाताधारक को भी फ़ोन कर वेरिफिकेशन की जाती है।
बता दे कि डैम प्रबंधन द्वारा करीब 450 करोड़ रूपये का मुआवजा अब तक जारी किया जा चूका है।