फिलहाल गेंहूँ मे नहीं पाया गया पीला रतुआ का लक्षण
ज्वाली- अनिल छांगू
कृषि विभाग के सौजन्य से किसानों को फसलों का निरीक्षण करने के लिए गठित टीम द्वारा डॉ गौरव सूद विषयवाद विशेषज्ञ प्रदेश वायो कंट्रोल लैब पालमपुर व डॉ सचिन उपमन्यु वैज्ञानिक पादप रोग विशेषज्ञ धान एवं गेहूं अनुसंधान केंद्र मला के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा विकास खंड नगरोटा सूरियां के तहत सिद्धाथा क्षेत्र की दर्जनभर पंचायतों में पहुंचकर गेहूं की फसल को देखा तथा पीला रतुआ की जांच की। हालांकि पीला रतुआ का कोई भी लक्षण नहीं पाया गया।
डॉ गौरव सूद विषयवाद विशेषज्ञ प्रदेश वायो कंट्रोल लैब पालमपुर ने कहा कि हमारी टीम द्वारा ब्लॉक नगरोटा सूरियां के तहत दर्जभर पंचायतों में पहुंचकर गेहूं की फसल को चैक किया है जिसमें पीला रतुआ नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि पीला रतुआ गेहूं की फसल को होनी वाली बीमारी है तथा इसके तहत फसल पर पीली धारियां सी दिखती हैं। यह बीमारी जनवरी माह को आती है और मार्च तक फैलती है।
उन्होंने कहा कि किसान समय-समय पर फसलों में दवाओं का छिड़काव करें ताकि फसलों को बीमारी से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी किस्म की फसल संबन्धी समस्या होने पर कृषि विभाग को अवगत करवाएं। उन्होंने किसानों को बताया कि इसके बारे में कृषि प्रसार अधिकारी से संपर्क भी कर सकते हैं। इस मौके पर डॉ दिनेश राणा उपपरियोजना निदेशक जिला कांगड़ा, डॉ सुनीता वालिया कृषि प्रसार अधिकारी सहित किसान इत्यादि मौजूद रहे।