शिमला, जसपाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश में वनों की रक्षा में अहम भूमिका निभाने वाले वनरक्षकों को हथियारों से लैस करने के लिए विभाग ने प्रयास तेज कर दिए हैं। धर्मशाला वन मंडल में विभाग की तरफ से 27 वनरक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 16 वनरक्षकों ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। इनमें से दो वनरक्षकों ने विभाग की ओर से मुहैया करवाए जा रहे अनुदान पर हथियार खरीद भी लिए हैं। इन हथियारों के लाइसेंस वन रक्षकों के नाम होंगे।
वन मंडलाधिकारी डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि वन विभाग ने वनों से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों के लिहाज से अति संवेदनशील क्षेत्र के फोरेस्ट गार्ड को सुरक्षा के लिए हथियार देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंडी जिले के करसोग सेरी कतांडा बीट में तैनात वन रक्षक होशियार की मौत मामले के बाद विभाग ने वनरक्षकों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में वन रक्षकों पर ड्यूटी के दौरान हमलों के मामले सामने आ चुके हैं।
हथियार खरीदने के लिए 15000 तक का अनुदान
वनरक्षकों को प्रशिक्षण देने के बाद हथियार खरीद के लिए 15000 रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है। इस अनुदान राशि में अपने पैसे डालकर वनरक्षक अपनी सुरक्षा के लिए हथियार खरीद सकते हैं।