बकलोह/चम्बा, भूषण गुरुंग
चतुर्थ गोरखा राईफल के जवान, जे सी ओ और अधिकारी लोग अपने-अपने कुल देवी देवताओं, गुरु गोरख नाथ, माँ काली और अपनी कुल देवी माँ संसारी को पुजने के लिए देश के किसी भी कोने मे हो अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह मे जरूर बकलोह पहुचते है।
इस का मुख्य कारण यह है कि यहाँ पर किसी समय पर गोरखा ट्रेनिंग सेंटर हुआ करता था। जो आज सपाथू मे है। इसी कारण यहाँ पर 1/4 जीयार,2/4 जी आर,3/4जीआर 4/4जीआर औऱ 5/5जी आर के जवान ऒर 14 जीटीसी के अधिकारी और जवान लोग अपने देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने के लिए ज़रूर आते है।
आज शनिवार के दिन यहाँ संसारी माता के मंदिर में जो कि 3/4 जीआर द्वारा कई साल पहले बनाया गया था में 3/4 जीआर द्वारा पूजा अर्चना किया गया। तब से लेकर अभी तक यहाँ अपनी कुल देवी को मनाने के लिए अप्रैल के महीने मे ज़रूर आते है। आज कोविड 19 को मध्य नज़र रखते हुए शनिवार के दिन 3/4जी आर के सुबेदार मेजर दुर्गा बहादुर मल्ल की अगुबाई में अपने यूनिट के धर्म गुरु सूबेदार रवीश कुमार पांडे की अगवाई में मंदिर परिसर मे हवन पूजन कर
के सभी जवानों और अधिकारीयो द्वारा माता के चरणों में फल फूल नारियल और चुनरी चढ़ाया गया।
उसके बाद मंदिर परिसर मे ध्वजा रोहन किया गया। उसके बाद भजन कीर्तन के बाद अपने यूनिट से रिटायर्ड हुए जवानों और अधिकारियों के लिये प्रसाद के तौर भोजन का आयोजन किया गया।
इस मोके में सूबेदार मेजर डी बी मल्ल, पंडित आर के पांडे, कैप्टन राम कुमार राणा,कैप्टन उमेद सिंह गुरूंग ,सूबेदार नसेन्द्रा थापा,सूबेदार अमित, सूबेदार नारायण गुरूंग, नायब सूबेदार अमित थापा, सी ऐच यम खीम थापा, सी एच यम युद बीर के अलावा कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
यूनिट के धर्म गुरु सूबेदार रवीश पांडेय ने बताया कि वो या पूजा अपने यूनिट के सुख और समृद्धि के लिए करते है। इस दिन पाचो यूनिट एक आर आर यूनिट ओर 14 जीटीसी के घर्म गुरूओ द्वारा गुरु गोरख नाथ ,लोकेस्वर मंदिर और अंतिम दिन में सभी यूनिट के लोग मा काली के पूजा अर्चना के बाद 21 तारिक को अपने अपने यूनिट में रवाना जो जायगे।