शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में आज से मानसून विदा हो रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 25 सितंबर को प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी. ऐसे में लंबे समय के बाद प्रदेश के लोगों को भारी बारिश के प्रकोप से राहत मिलेगी और बरसात में अस्त व्यस्त हुआ जनजीवन भी वापस पटरी पर लौटेगा.
भारी बारिश का दौर खत्म होने से लैंडस्लाइड की घटनाओं में भी कमी देखी जा रही है. जिससे लोगों ने चैन की सांस ली है. खासकर पहाड़ी इलाकों में, जहां अक्सर लैंडस्लाइड के चलते सड़कें बंद हो रही हैं, कई मकान भी इसकी चपेट में आए गए हैं और कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अभी प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा.
कैसा रहेगा मौसम?
हिमाचल में मानसून की गतिविधियां कमजोर हो गई हैं. बीते 24 घंटे में भी प्रदेश में मौसम साफ बना रहा. मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 30 सितंबर तक प्रदेश में मौसम साफ रहने की संभावना जताई है. मौसम विभाग के अनुसार आज से प्रदेश में मानसून सीजन खत्म हो रहा है.
ऐसे में जहां आने वाले दिनों में बारिश से राहत मिलेगी वहीं, लंबे समय बाद प्रदेशभर में धूप खिली रहेगी. इस दौरान उच्च पर्वतीय, मध्य पर्वतीय और निचले व मैदानी इलाकों में बारिश के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. जिससे आगामी दिनों के लिए प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहेगा.
किसानों-बागवानों को भारी नुकसान
वहीं मौसम साफ होने से किसानों और बागवानों को भी कृषि और बागवानी के काम करने के लिए अब समय मिलेगा. गौरतलब है कि बरसात में हुई बारिश में किसानों-बागवानों को भी खासा नुकसान पहुंचा है. प्रदेशभर में भारी बारिश के चलते फल, सब्जियां और फसलें खेतों में ही खराब हो गई.
वहीं, जो फल-सब्जियां खेतों में खराब होने से बच गई वो रास्ते टूटे होने के चलते समय पर मंडियों तक नहीं पहुंच पाई और गाड़ियों में पड़े-पड़े ही खराब हो गई. जिसके चलते किसानों-बागवानों को इस मानसून सीजन में करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है. इस बरसात में कृषि विभाग को 51.64 करोड़ और बागवानी विभाग को 27.43 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
अब तक 4881.21 करोड़ का नुकसान
- वहीं, प्रदेशभर में मानसून सीजन की शुरुआत से लेकर अब तक सरकारी और निजी संपत्ति को 4881.21 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है.
- अब तक 454 लोगों की मौत हो चुकी है, 498 लोग जख्मी हुए हैं और 50 लोग लापता हैं.
- पीडब्ल्यूडी को सबसे ज्यादा 3006.67 करोड़ का नुकसान हुआ है.
- इसके अलावा जल शक्ति विभाग को 1476.65 करोड़
- और बिजली बोर्ड को 139.46 करोड़ का नुकसान हुआ है.