शिमला – नितिश पठानियां
भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के साथ जारी टकराव के बीच हिमाचल में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। राज्य सरकार ने सभी जिलों के डीसी और एसपी को स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने को कहा है।
बिजली परियोजनाओं के बांधों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अन्य क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी समीक्षा करने को कहा गया है। सभी जिलों के उपायुक्त अपने क्षेत्र में हैल्थ और सिविल डिफेंस नेटवर्क को फंक्शनल करने में लगे हैं। किसी भी तरह की आपात स्थिति में फस्र्ट रिस्पांडर कौन होगा, इसको लेकर बैठकों का दौर जारी है।
सभी जिलों को कम्युनिकेशन सिस्टम और वैकल्पिक कम्युनिकेशन सिस्टम को ठीक रखने को कहा गया है। इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई आपात बैठक के बाद स्वास्थ्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग में लंबी छुट्टियां देने पर रोक लगा दी थी। अस्पतालों और दवाओं की व्यवस्था को भी ठीक करने को कहा गया है। एंबुलेंस सिस्टम को फंक्शनल रखने के निर्देश हैं और सभी जिले इसी अनुसार काम कर रहे हैं।
गुरुवार को पाकिस्तानी सेवा के द्वारा कुछ शहरों को मिसाइल के जरिए निशाना बनाने की कोशिश की गई थी। हालांकि भारतीय सेना ने इन मिसाइल को आसमान में ही गिरा दिया था। इस हमले में हिमाचल या राजधानी शिमला के नजदीक स्थित शहर चंडीगढ़ को भी निशाना बनाया गया था।
यह इनपुट आने के बाद जिलों को राज्य सरकार ने फिर से अलर्ट मैसेज भेजा है। शिमला में डिजास्टर अथॉरिटी अलग से अपने स्तर पर काम कर रही है। गुरुवार को भी सुबह से ही धर्मशाला में होने जा रहे हैं आईपीएल के मैच को लेकर असमंजस की स्थिति थी हालांकि 11 तारीख को होने वाला मैच अब अहमदाबाद शिफ्ट कर दिया गया है।
प्रदेश में चल रही बांध व विद्युत परियोजनाओं की सुरक्षा व्यवस्था को पहले से दोगुना कर अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं। पंडोह, शानन विद्युत परियोजना, बीएसएल लिंक परियोजना, पौंग डैम, कौल डैम, कुल्लू, शिमला व किन्नोर जिला में चल रही विद्युत व बांध परियोजना की सुरक्षा को केंद्र व राज्य सरकारों की खुफियां एजेंसियों के साथ गृह मंत्रालय ने भी रिव्यू किया है, जिसके बाद इनके सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को दोगुना कर दिया गया है। इन परियोजनाओं की तैनात में हिमाचल पुलिस को भी अलर्ट पर रहने के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम करने को लेकर एसओपी भी जारी की गई है।
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की निगरानी में चल रही बीबीएमबी प्रबंधन की ब्यास सतलुज लिंक परियोजना में पंडोह डैम से लेकर नंगल बांध तक रैड अलर्ट जारी किया गया है। यहां पर सीआईएसएफ के जवानों की छुट्टियों पर रोक लगा दी गई और छुट्टी पर घर गए जवानों को वापस बुला लिया गया है।
सीआईएसएफ ने बीएसएल परियोजना प्रबंधन को सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नए आदेश जारी किए हैं और हर कर्मचारी व अधिकारी को इस एसओपी को पालन करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही इन परियोजनाओं में आने जाने वाले हर व्यक्ति व वाहन की पहले से और अधिक जांच पड़ताल की जा रही है। रात्रि पेट्रोलिंग को भी पहले से और अधिक बढ़ा दिया गया है।
सीआईएसएफ मुस्तैद
सीआईएसएफ पंडोह बांध से लेकर नंगल डैम तक की सुरक्षा व्यवस्था देख रही है, जिसमें पंडोह डैम, बग्गी टनल, बगी से सुंदरनगर तक टेल कंट्रोल, डे्रजर, जलाशय, पुंघ टनल और सलापड़ में पावर हाउस व नंगल डैम सीआईएसएफ की सुरक्षा में है। 990 मैगावाट की बीएसएल परियोजना के सलापड़ स्थित पावर हाउस को लेकर उच्च स्तरीय सुरक्षा मानकों को लागू किया गया है। सीआईएसएफ के उप कमांडेंट ने बताया कि बल परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अलर्ट पर है।
बॉर्डर पर चौकसी बढ़ी
चंबा जिला में जम्मू कश्मीर के डोडा बॉर्डर पर अब आईटीबीपी की कंपनी तैनात है। चीन के साथ लगने वाले हिमाचल के सबसे बड़े बॉर्डर पर भी आईटीबीपी और भारतीय सेना है। मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने बताया कि हिमाचल सरकार गृह मंत्रालय और आईबी के अलर्ट के अनुसार जरूरी कदम उठा रही है। सारी स्थिति की समीक्षा की जा रही है और जैसा जरूरी होगा, लोगों के हित में कदम उठाया जाएगा।