देहरा – शिव गुलेरिया
हिमाचल प्रदेश स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन यूनिट कांगड़ा के हाल ही में संपन्न हुए जिला स्तरीय चुनावों को लेकर विवाद और गहरा गया है। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाते हुए संगठन के कई वरिष्ठ सदस्यों ने खुलकर विरोध जताया है।
पूर्व महासचिव जगमोहन सिंह (देहरा) ने कहा कि सुशील कौशल (नूरपुर), सुनील प्रराशर (कांगड़ा), विजय राणा (शाहपुर) और देशराज (धर्मशाला) सहित कई अन्य भी उनके साथ हैं। उल्लेखनीय है कि चुनाव से पूर्व ही महासचिव जगमोहन सिंह ने इस्तीफे की घोषणा कर दी थी, जिससे संगठन में असंतोष पहले ही खुलकर सामने आ गया था।
जगमोहन ने कहा कि चुनाव के दौरान कुल 800 सदस्यता का दावा किया गया था। लेकिन मतदान के समय केवल 80 के करीब लोग ही उपस्थित रहे। इनमें भी करीब 20 प्रवक्ताओं के परिवारजनों, कुछ प्रिंसिपल्स और अन्य वर्ग के अध्यापक शामिल थे। वास्तविक प्रवक्ता शिक्षकों की संख्या लगभग 30-40 के बीच रही है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि इतने कम प्रतिनिधित्व के बावजूद चुनाव सम्पन्न करवाए गए और महज 5 विद्यालयों के प्रवक्ताओं ने मिलकर प्रधान का चयन कर लिया। इतनी सीमित भागीदारी में चुनाव कराना संगठन की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव स्थल तय करने से लेकर मतदान प्रक्रिया तक पूरी व्यवस्था कुछ लोगों के हितों को साधने के लिए की गई थी।
विरोधी गुट ने मांग की है कि संगठन के भीतर निष्पक्षता को बहाल करने के लिए पारदर्शी और व्यापक भागीदारी वाले चुनाव करवाए जाएं। साथ ही, सदस्यता और मतदान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने की भी मांग उठाई है। ताकि संगठन की गरिमा भी बनी रहे।