बिलासपुर – सुभाष चंदेल
शिक्षा खंड श्री नयनादेवी जी के तहत आने वाली राजकीय केन्द्र पाठशाला सिद्धसूह में बाल मेला धूमधाम से सम्पन्न हो गया। इस बाल मेले में केन्द्र की पांच पाठशालाओं राजकीय प्राथमिक पाठशाला सरन, खाल टिब्बा, सलोआ, थाना कोलियां तथा सिद्धसूह के नौनिहालों ने भाग लिया।
राजकीय प्राथमिक पाठशाला समतैहण के मुख्य शिक्षक कमलेश चौधरी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। बाल समारोह में पहुंचने पर उनका हार पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। सर्वप्रथम राजकीय प्राथमिक पाठशाला सलोआ के मुख्य शिक्षक धर्म सिंह की माता का निधन हो जाने के चलते उनकी आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।
इस बाल मेले में संगीत कुर्सी, एकल गायन, समूह गायन, कविता वाचन, एकल नृत्य, सामूहिक नृत्य, योगासन,फैँसी ड्रेस प्रतियोगिता तथा लघु नाटिका जैसे कार्यक्रम आयोजित किए गए। बाल मेले में सभी स्कूलों के प्रतिभागी बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। इस बाल मेले में पहाड़ी लोकगीतों सहित पंजाबी गानों पर नन्हे मुन्हे बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके खूब समां बांधा।
इस अवसर पर केन्द्र मुख्य शिक्षक सुरेश शर्मा ने अपने सम्बोधन में बच्चों को जीवन में यूं ही आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने बाल मेलों की सराहना करते हुए कहा कि इन बाल मेलों से बच्चों का सर्वागीण विकास तो होता ही है, साथ ही बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को भी बाहर निकालकर निखारने में भी यह बाल मेले मददगार साबित होते है।
सीएचटी सुरेश शर्मा ने उपस्थित अभिवावक वर्ग से भी अपील की कि वे भी अपने बच्चों को बाल्यावस्था से ही मोबाइल से दूर रखकर उनको घर में भी पढ़ाई के साथ साथ समाज सेवा जैसे कार्यों के लिए भी प्रेरित करें ताकि मिलजुलकर आदर्श नागरिक के साथ साथ एक भावी सशक्त पीढ़ी का भी निर्माण किया जा सके।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यातिथि द्वारा सभी विजेता प्रतिभागियों को ईनाम देकर पुरस्कृत किया गया। मुख्यातिथि कमलेश चौधरी ने भी अपने सम्बोधन में बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस बाल मेले में सभी पाठशालाओं के अध्यापकों संग स्कूल प्रबंधन समितियों के पदाधिकारी,सदस्य और अभिवावक वर्ग भी मौजूद रहा ।