टक्कर के बाद भी एलपीजी सिलेंडर न फटने से हादसा टला, दस संदिग्ध पकड़े, पुलिस कर रही पूछताछ, एनआईए ने शुरू की जांच
हिमखबर डेस्क
कानपुर में एक बार फिर ट्रेन को उड़ाने की कोशिश की गई है। अनवर-कासगंज रूट पर रविवार रात को कालिंदी एक्सप्रेस ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई। गनीमत रही कि सिलेंडर फटा नहीं और ट्रेन से टकराकर ट्रैक के किनारे गिर गया।
ट्रेन के लोको पायलट ने तुरंत सीनियर अफसरों को सूचना दी। घटना के बाद आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे के सीनियर अफसरों ने जांच की। ट्रैक से सिलेंडर के अलावा, बोतल में पेट्रोल, माचिस, एक मिठाई का डिब्बा और बैग मिला। बैग में बारूद जैसा पदार्थ पाया गया।
आरपीएफ ने कहा कि आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। आरपीएफ ने एफआईआर दर्ज की और इसके साथ मामले की जांच आईबी को सौंप दी गई। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर और पेट्रोल बोतल का मिलना सामान्य मामला नहीं है। यह सीधा सीधा किसी बड़ी साजिश का संकेत दे रहा है।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। यूपी बीते कई महीने से रेलवे ट्रैक पर संवेदनशील चीजें रखकर लगातार ट्रेन पलटने की साजिश हो रही है। इसी तरह की घटना कुछ दिन पहले साबरमती एक्सप्रेस के साथ भी हुई थी। उस हादसे में ट्रेन की 22 बोगियां पलट गई थीं।
वहीं, भाजपा ने भी आतंकी या राजनीतिक साजिश की आशंका जताई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है और सोमवार को एनआईए की पांच सदस्यीय टीम ने मौके का दौरा कर तथ्य खंगाले।