चम्बा – भूषण गुरुंग
आपसी भाईचारे का प्रतीक ईद उल फितर का त्योहार आज चम्बा जिला में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जहां भाई-चारे का संदेश दिया। इस उपलक्ष पर चम्बा के चौगान नंबर 5 में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद उल फितर की नमाज अदा की तथा एक दूसरे को गले लगाकर ईद की शुभकामनाएं दी।
इस मौके पर हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आपस में गले मिलकर इस त्यौहार को खुशियों से मनाया। नमाज अदा करने के पूर्व जामा मस्जिद चम्बा के इमाम मोहम्मद यासीन रजा ने उपस्थित जमात को ईद उल फितर के महत्व के बारे में बताया तथा आपसी भाईचारे के साथ जीवन यापन करने का आह्वान किया। इस अवसर पर छोटे-छोटे बच्चों ने भी भाग लिया वह आकर्षक पोशाकों में सुसज्जित होकर नमाज अदा करने पहुंचे थे।
गौर हो कि ईद का पर्व पूरी दुनिया में भाईचारे का पैगाम लेकर आता है। पूरे 1 महीने में रोजा की भूख और प्यास के अद्भुत एहसास के बाद यह खाने खिलाने का दिन होता है। बच्चे बूढ़े तथा जवान सभी नए-नए कपड़ों से सजे एक दूसरे से गले मिले ईद की पाक मुबारकबाद देते दिखाई देते।
जामा मस्जिद चम्बा, इमाम मोहम्मद यासीन रजा के बोल
इस अवसर पर जामा मस्जिद चम्बा के इमाम ने बताया कि आज चम्बा में ईद उल फितर का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। उन्होंने कहा कि रोजों के पश्चात आज यह त्यौहार मनाया जाता है तथा सभी लोग ईद की नमाज अदा करते हैं। इस ईद पर हिंदुस्तान में सुख शांति की कामना की जाती है तथा सब परेशानियों से मुक्ति के लिए अल्लाह से अरदास की जाती है।
उन्होंने कहा कि चम्बा में सभी धर्मों के लोग एक दूसरे के त्योहारों में मिलजुल कर भाग लेते हैं और एक दूसरे को मुबारकबाद देते हैं। नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई दी और घर जाकर सेवइयां भी बांटी। उन्होंने बताया कि देश में अमन शांति बनी रहे इसकी अल्लाह से दुआ की गई हैं।