भराड़ा स्कूल में 88 बच्चों को पढ़ा रहा एक अध्यापक

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चार साल से पाठशाला में खाली पड़े हैं अध्यापकों के दो स्वीकृत पद, इकलौते शिक्षक को पढ़ाई के साथ संभालना पड़ रहा प्रबंधन का कार्य

चम्बा – भूषण गुरुंग

राजकीय प्राथमिक पाठशाला भराड़ा में 82 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा एक अध्यापक पर हैं। अध्यापकों के दो पद पाठशाला में पिछले कई सालों से खाली हैं। इस वजह से बच्चों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। इकलौते अध्यापक को बच्चों की पढ़ाई करवानी पड़ रही है तो वहीं स्कूल प्रबंधन का सारा कामकाज भी उन्हें ही देखना पड़ रहा है।

यही वजह है कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला भराड़ा में बच्चों की पढ़ाई सही तरीके से नहीं हो पा रही है। अध्यापकों की कमी के बारे में अभिभावक कई बार शिक्षा विभाग को भी अवगत करवा चुके हैं, लेकिन अभी तक विभाग ने खाली पदों को भरने के लिए कोई भी उचित कदम नहीं उठाए हैं।

स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष बशीर मोहम्मद ने बताया कि राप्रापा भराड़ा में पिछले कई वर्षों से अध्यापकों की कमी है। इसे पूरा करने के लिए स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक में भी प्रस्ताव पारित किया गया, लेकिन इसे शिक्षा विभाग पूरा नहीं कर पाया।

यही कारण है कि आज लोगों को अपने बच्चों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। प्राथमिक स्तर की पढ़ाई शिक्षा के क्षेत्र में नींव मानी जाती है। यदि नींव ही कमजाेर होगी तो विद्यार्थी भविष्य में भी शिक्षा के क्षेत्र में कमजोर रहेगा।

अध्यापक विषेश्वर कुमार के बोल 

उधर, स्कूल में कार्यरत अध्यापक विषेश्वर कुमार ने बताया कि चार सालों से पाठशाला में अध्यापकों की कमी चल रही है। इसके बारे में विभाग के उच्चाधिकारी को भी बता दिया गया है।

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