शिमला, 16 फरवरी – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश के तेजतर्रार लोक निर्माण विभाग मंत्री व दिवंगत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य को राजस्थान की उदयपुर फैमिली कोर्ट-3 से झटका लगा है।
विक्रमादित्य सिंह को अलग रह रही पत्नी सुदर्शना सिंह चुंडावत को हर माह भरण-पोषण के रूप में 4 लाख रुपए देने होंगे। अदालत ने ये आदेश जारी किए हैं।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक सुदर्शना सिंह के वकील व वरिष्ठ अधिवक्ता भंवर सिंह देवड़ा ने बताया है कि कोर्ट ने मामला लंबित रहने तक ये आदेश जारी किया है।
शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह की पत्नी सुदर्शना सिंह ने उदयपुर की अदालत में घरेलू हिंसा को लेकर 17 अक्तूबर 2022 को शिकायत दर्ज की थी।
इसमें हिमाचल कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा व सास प्रतिभा सिंह, ननद, ननदोई के साथ-साथ चंडीगढ़ की युवती पर भी आरोप लगाए थे।
अदालत ने प्रतिवादियों को अदालत में पेश होने के भी आदेश जारी किए थे। सुदर्शना ने 5 लाख रुपए प्रतिमाह गुजारा राशि की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि विक्रमादित्य सिंह की शादी मार्च 2019 में मेवाड़ राजवंश की राजकुमारी सुदर्शना चुंडावत से हुई थी।
हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक उदयपुर पारिवारिक न्यायालय ने अहम फैसला सुनाया है। समाचारपत्र में वेबसाइट पर प्रकाशित समाचार में बताया कि ये विवाह हिन्दू रीति-रिवाज से राजस्थान के कनौता में हुआ था।
बता दें कि पत्नी के साथ विवाद को लेकर विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि ये मेरा पारिवारिक मामला है,राजनीति मसला नहीं है।
दीगर ये भी है कि दिसंबर 2022 में जब ये मामला सतह पर आया था, उस समय राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर खींचतान चल रही थी।
विक्रमादित्य सिंह कैबिनेट मंत्री की दौड़ में भी थे, हालांकि बाद में विक्रमादित्य को लोक निर्माण जैसा विभाग बतौर कैबिनेट मंत्री सौंप दिया गया था।