विधान सभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन भी विपक्ष ने कांग्रेस सरकार की गारंटी को लेकर सदन के बाहर खूब हल्ला बोला। विपक्ष के विधायक सेब की पेटियाँ लेकर विधानसभा पहुंचे और सरकार से पूछा कि सरकार ने बागवानों को फलों के दाम खुद तय
हिमखबर डेस्क
विधान सभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन भी विपक्ष ने कांग्रेस सरकार की गारंटी को लेकर सदन के बाहर खूब हल्ला बोला। विपक्ष के विधायक सेब की पेटियाँ लेकर विधानसभा पहुंचे और सरकार से पूछा कि सरकार ने बागवानों को फलों के दाम खुद तय करने की गारंटी दी थी वो कब पुरी होगी।
कांग्रेस सरकार ने बागवानों से धोखा किया है जो बर्दाश्त नहीं होगा।जयराम ठाकुर ने कहा कि इन झूठी गारंटियां हम कांग्रेस को भूलने नहीं देंगे। जो कहा है, वह करना पड़ेगा। हिमाचल के लोगों को कांग्रेस द्वारा ठगने नहीं देंगे।
सरकार ने किसानों बागवानों को ठगा है इसलिए विपक्ष लगातार गारंटी को याद दिलाने का काम कर रही है। पांच गारंटी सत्र के दौरान सरकार को याद दिलाई गई है और आने वाले समय में बची हुई पांच अन्य गारंटी को लेकर भी सरकार से सवाल किया जाएगा।
सदन में कंधे पर परने लटकाकर पहुंचे भाजपा विधायक
वहीं, तपोवन में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम और पांचवें दिन शनिवार की कार्यवाही भी अलग तरह से शुरू हुई। 11:00 बजे कार्रवाही शुरू हुई तो सदन में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर सहित कई भाजपा विधायक कंधे पर परने लटकाए हुए पहुंचे।
भाजपा विधायकों ने लगातार पांचवें दिन सदन की बैठक शुरू होने से पहले विधानसभा परिसर में कांग्रेस की गारंटियों पर अपना जोरदार प्रदर्शन जारी रखा। राज्य विधानसभा के गेट के बाहर भाजपा विधायक बोलियां और नारे लगाते रहे। इसके लिए सांकेतिक कार्टन यानी पेटियां लाकर और उनमें सेब भरकर भाजपा विधायक परिसर में पहुंचे। फिर यहां सेब की बोलियां लगाने लगे।
भाजपा विधायकों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले बागवानों को गारंटी दी थी कि सेब के दाम वे खुद तय करेंगे, लेकिन यह गारंटी लागू नहीं हुई है। बागवानों को सेब नालों में बहाने की नौबत आ गई। हालांकि, सुबह प्रश्नकाल बगैर गतिरोध के चला।