बरसात के कारण मलबा स्कूल के प्रांगण में पहुंच गया। हालात यह हो गए कि स्कूल के कमरे पानी से भर गए। इस वजह से अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा।
बिलासपुर – सुभाष चंदेल
बिलासपुर जिले में राजकीय प्राथमिक पाठशाला लढ़यानी में बरसात के कारण कीचड़ व मलबा भरने के बाद लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए सड़क किनारे बच्चों को बैठा दिया और दो घंटे तक चक्का जाम कर दिया।
लोगों के मुताबिक समस्या के बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। बरसात की छुट्टियों के बाद सोमवार को खुले स्कूल में कीचड़ भरा पड़ा था। बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए रास्ता तक नहीं था।
इस वजह से अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। अभिभावक बच्चों को लेकर सड़क किनारे बैठ गए। अध्यापक भी सड़क किनारे खड़े रहे। पुलिस मौके पर पहुंची जिसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ।
स्थानीय पंचायत उपप्रधान अजय कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि दधोल से लदरौर संपर्क सड़क का नवीनीकरण कार्य शुरू हुआ था। जिसके चलते स्कूल के नजदीक डंगा नहीं लगाया गया था व कंपनी द्वारा स्कूल के लिए बनाई गई कच्ची सड़क पर कंक्रीट भी नहीं डाली गई।
बरसात के कारण सड़क किनारे कच्ची मिट्टी धंस गई व मलबा स्कूल के प्रांगण में पहुंच गया। हालात यह हो गए कि स्कूल के कमरे पानी से भर गए।
उपप्रधान ने बताया कि स्कूल खुलने से पहले कई बार इस समस्या का समाधान करने व स्कूल परिसर को साफ करने की गुहार लगाई। सीएम हेल्पलाइन पर भी समस्या बताई गई। लेकिन किसी ने जहमत नहीं उठाई।
पाठशाला में 22 के लगभग विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है व जिनकी आयु 6 से 10 वर्ष तक के बीच हैं। आलम यह है कि यहां कोई बड़ा व्यक्ति भी आर-पार नहीं जा सकता। सुबह जैसे ही बच्चे स्कूल पहुंचे तो स्कूल में चारों ओर दलदल ही दिखाई दी। ऐसे में बच्चों का जीवन संकट में पढ़ सकता है। बच्चे और अध्यापक सड़कों पर आ गए स्थानीय लोगों व बच्चों के अभिभावकों ने सड़क पर रोष प्रदर्शन किया।
उपायुक्त के बोल
वहीं मौके पर पहुंचे उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला आज ही ध्यान में आया है। इस पर उपमंडल घुमारवीं के एसडीएम को आदेश दिए गए हैं, ताकि बच्चों को किसी प्रकार की दिक्कत न आए।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। जब तक स्कूल पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता बच्चों की क्लास किसी अन्य कम्युनिटी हॉल या पंचायत घर में ही ली जाएगी।