चम्बा – भूषण गुरुंग
ऐतिहासिक एवं अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला के दौरान शहर के चार चौगानों को व्यापारिक गतिविधियों के लिए ई- टेंडरिंग के जरिए नीलाम करके इस बार दो करोड़ 72 लाख 40 हजार रुपए रेवेन्यू जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि नीलामी प्रक्रिया के उपरांत इस राशि में बढ़ोतरी संभव है।
नीलामी प्रक्रिया के जरिए चौगान का ठेका हासिल करने वाले ठेकेदार को निश्चित मूल्य राशि पर अठारह फीसदी जीएसटी अलग से देना होगा। जिला प्रशासन की ओर से चारों चौगानों को ई-टेंडरिंग के जरिए नीलाम करने की कवायद आरंभ कर दी गई है।
ईं-टेंडरिंग के प्रोसेस के बाद दस जुलाई को इसे सार्वजनिक किया जाएगा। इस बार अंतरराष्ट्रीय मिंजर मेला 23 से 30 जुलाई तक मनाया जा रहा है। मिंजर मेले के दौरान हर वर्ष शहर के चार चौगानों को नीलाम करके करोड़ों रुपए का रेवेन्यू जुटाया जाता है।
इस बार चौगान नंबर-एक का रिजर्व प्राइज एक करोड़ 77 लाख, चौगान नंबर-दो का 61 लाख 30 हजार, चौगान नंबर-तीन का 15 लाख और चौगान नंबर-चार का रिवर्ज प्राइज 19 लाख 20 हजार रुपए निर्धारित किया गया है।
इस रिजर्व प्राइज पर अठारह फीसदी जीएसटी अलग से देय होगा। उपायुक्त के आदेशानुसार एसडीएम कार्यालय की ओर से ई-टेंडरिंग के माध्यम से निविदाएं आमंत्रित कर ली गई हैं।
इन निविदाओं को दस जुलाई को खोला जाएगा। रिजर्व प्राइज से उच्चतम राशि कोड करने वाले ठेकेदारों को चौगान में कामकाज की इजाजत दी जाएगी।
उधर, एसडीएम सदर अरुण शर्मा ने बताया कि इस बार चार चौगानों का रिजर्व प्राइज दो करोड़ 72 लाख 40 हजार रुपए रखा गया है। उन्होंने बताया कि ई- टेंडरिंग प्रक्रिया के बाद इस राशि में और इजाफा होगा।