शाहपुर-नितिश पठानियां
75 बर्ष आजादी के बाद भी विधानसभा शाहपुर हल्के के धार कंडी क्षेत्र में नई पंचायत पलोथा के लोग आज भी अपने मरीजो को 3 किलोमीटर पैदल पालकी या पीठ पर उठा कर हॉस्पिटल तक पहुचांना पड़ता है| बड़े शर्म की बात है की शाहपुर हल्के में मंत्री पद मिलने के बाबजूद भी ये लोग रोजमर्रा की सुविधाओं से बंचित है।
स्थानीय नोजवानो का आरोप है कि चुनावों के बक्त बड़े बड़े वायदे करके चले जाते है और जितने के बाद ये सभी वायदे हवा में उड़ जाते है और धार कंडी की जनता फिर से अपनी उसी जिंदगी में जीने के लिए मजबूर हो जाती है।आज भी यही वाक्य देखेने को मिला कि एक औरत को पालकी में उठा कर ओर दूसरी औरत को पीठ पर उठा कर लोग अस्पताल तक ले जा रहे है।कइयों की जिंदगियां बिना इलाज के ही खत्म हो जाती है सब कुछ पता होने के बाबजूद भी प्रदेश सरकार के मंत्री बेशर्मो की तरह आंखे बंद करके बैठे है।
स्थानीय नोजवान संसार चन्द का कहना है कि हमारा दुर्भाग्य है कि आज तक हम्हे अच्छा और हमारा दुःख दर्द समझने बाला नेता नही मिला| तभी आज हमारी ये दुर्गति हो रही है और आजादी के बाद भी हम 1947 जैसे जीने पर मजबूर है।कई बार बिधायक मंत्रियों से गुहार लगाने के बाबजूद भी हम्हे सुबिधा नसीब नही हुई।
अब पलोथा पंचायत के निवासी दुखी हो कर आगे आने बाले चुनावो का बहिष्कार करने पर मजबूर होंगे और ये जनता नही बल्कि प्रदेश सरकार खुद ऐसे कदम उठाने पर मजबूर कर रही है।संसार चन्द का कहना है जो नेता हमारे दुःख दर्द समझता है और हमारी तकलीफ समझेगा आगे उसी का साथ दिया जाएगा चाहे बो किसी भी पार्टी का हो।