जनजीवन अस्त-व्यस्त, प्रशसन ने तीन जिलों में स्कूल किए बंद, चंबा में भूस्खलन से मायके आई नवविवाहिता व पति की मौत, अगले 72 घंटों तक आरेंज अलर्ट जारी।
शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश में रात से भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। कई उपमंडलों में आज सोमवार को एहतियातन सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। चंबा जिले में वर्षा के कहर से दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि जगह-जगह भूस्खलन से सड़कें बंद हो गई हैं। चंबा के तीसा में बादल फटने से एक पुल व सड़कें बह गई हैं। अगले 72 घंटों के लिए मौसम विभाग ने कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा का आरेंज अलर्ट जारी किया है।
संजौली कॉलेज के पास भी दो बड़े पेड़ गिरने से सड़क बंद हो गई और दो गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। शिमला-चौपाल मुख्य मार्ग पर भी कई जगह पेड़ गिरने से सेब से लदे ट्रक और अन्य वाहन फंस गए हैं। शिमला के सुन्नी उपमंडल में लगातार बारिश से सतलुज नदी का जलस्तर बढ़ गया और पानी आईटीआई के कैंपस के करीब पहुंच गया।
शिमला जिला के जुब्बल क्षेत्र की ग्राम पंचायत अंटी में अंटी-छाजपुर सड़क पर एक मारुति कार (HP10B-8852) पेड़ और लैंडस्लाइड की चपेट में आ गई। गनीमत रही कि कार में सवार दोनों लोग समय रहते भाग निकले और बच गए।
वहीं राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान के पास राजीव गांधी डिग्री कॉलेज कोटशेरा के पास भी लैंडस्लाइड हुआ, जिसमें पुनीत ठाकुर की कार (HP65-5644) मलबे में दब गई। इस कार में तीन लोग सवार थे, जो सुरक्षित बच निकले, हालांकि पुनीत ठाकुर को हल्की चोटें आईं।
इन उपमंडलों में शिक्षण संस्थान बंद
प्रदेश के मंडी, कांगड़ा, चंबा, शिमला, सिरमौर, सोलन, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कुल्लू जिलों में लगातार भारी वर्षा हो रही है। मंडी जिला के थुनाग, कुल्लू जिला के आनी, शिमला जिला के रोहड़ू, जुब्बल, कुमारसैन, चौपाल और सुन्नी के जलोग उपतहसील समेत कई उपमंडलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे गए हैं। ठियोग में भी संपर्क सड़कें बंद होने के कारण एसडीएम ने शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी का ऐलान किया है।
पति के साथ मायके आई थी पत्नी, भूस्खलन से दोनों की मौत
भारी वर्षा के कारण चंबा के मैहला में चड़ी पंचायत के सूताह गांव में एक मकान पर भारी पत्थर गिरने से नवविवाहित जोड़े की मौत हो गई। लड़की पति के साथ मायके आई थी और रात को हादसे में दोनों की जान चली गई।
तीन हाईवे बाधित
मंडी–कुल्लू नेशनल हाईवे पर 4 मील और नौ मील के बीच फिसलन और गिरते पत्थरों से रुक-रुक कर सिर्फ एकतरफा यातायात चल रहा है। पंडोह-औट मार्ग भी बंद है, जबकि सिरमौर जिला में एनएच-707 शिलाई–लालढांग और औट–लुहरी नेशनल हाईवे 305 पर भी भूस्खलन के चलते यातायात बाधित है। शिमला जिला के ऊपरी इलाकों में भी कई सड़कें भूस्खलन से अवरुद्ध हैं।
सोमवार सुबह तक सबसे ज्यादा 310 सड़कें मंडी जिला में बंद हैं। सिरमौर में 52, चम्बा में 39 और कुल्लू में 33 सड़कें बंद हैं। मंडी जिला में 390 बिजली ट्रांसफार्मर, सोलन में 259, चम्बा में 214, सिरमौर में 169 और कुल्लू में 111 ट्रांसफार्मर बंद हैं।
बांधों से पानी छोड़ने के कारण नदियों में बढ़ा जलस्तर
इस तरह की स्थिति को देखते हुए कई डैमों से भी पानी छोड़ा जा रहा है। कोलडैम से आज सुबह 10 बजे पानी छोड़ना शुरू कर दिया है, जिससे नदी का जलस्तर 4-5 मीटर बढ़ गया है। लारजी डैम से भी पानी छोड़ा गया है और एनजेएचपीएस नाथपा बांध से भी सतलुज नदी में अतिरिक्त पानी छोड़ा जा रहा है। लोगों और पर्यटकों को नदी-नालों से दूर रहने की सख्त चेतावनी दी गई है।
मौसम के कहर से 125 लोगों की मौत
चंबा जिले के चड़ी पंचायत के सूताह गांव में एक मकान पर भारी पत्थर गिरने से एक पुरुष और महिला की मौत हो गई। पूरे प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 125 लोगों की मौत हो चुकी है, 215 लोग घायल हुए और 34 लोग लापता हैं। मंडी और कांगड़ा में सबसे ज्यादा 21-21 मौतें हुईं, कुल्लू में 15, शिमला में 11, चंबा व हमीरपुर में 10-10, ऊना व सोलन में 9-9 लोगों की जान गई। मंडी जिले में सबसे ज्यादा 27 लोग अब भी लापता हैं।
प्रदेश में अब तक 382 मकान, 264 दुकानें और 945 गौशालाएं पूरी तरह तबाह हो चुकी हैं, जबकि 739 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी में सबसे ज्यादा 355 मकान, 241 दुकानें और 771 गौशालाएं नष्ट हुईं। साथ ही 21,500 पोल्ट्री पक्षी और 1296 पालतू पशु भी मारे गए हैं। राज्य में अब तक करीब 1235 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने आज दोपहर तक शिमला, सिरमौर, चम्बा, कांगड़ा और मंडी जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का रेड अलर्ट किया जारी किया गया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार कांगड़ा में सर्वाधिक 147 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।
इसके अलावा कांगड़ा जिला के ही नगरोटा सूरियां में 127, चम्बा जिला के चुआडी में 118, मंडी में 113, जोगिन्दरनगर में 100, नाहन में 95, पंडोह में 86, पच्छाद में 85, कुफ़री में 76, जतौंन बैरेज में 75, जोत में 74 और सुंदरनगर में 73 मिमी वर्षा हुई है।