शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल के डीजीपी अतुल वर्मा और शिमला एसपी संजीव गांधी में तकरार बढ़ गया है। शनिवार दोपहर को एसपी संजीव ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए डीजीपी पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब डीजीपी अतुल वर्मा ने एसपी को सस्पेंड करने की सिफारिश सरकार से की है।
उन्होंने इस मामले में सुक्खू सरकार को पत्र लिखा है। अहम बात है कि देर शाम 4 बजे तक डीजीपी शिमला में ही मौजूद थे, लेकिन अचानक वह दिल्ली रवाना हुए जहां वह सीएम सुक्खू से मुलाकात करेंगे। बहुचर्चित विमल नेगी की संदिग्ध मौत के मामले में अब जांच की जिम्मेदारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने संभाल ली है।
शुक्रवार को सीबीआई की एक विशेष टीम शिमला पहुंची और सीधे एसपी ऑफिस पहुंचकर केस से जुड़ा पूरा रिकॉर्ड अपने कब्जे में लेने की प्रक्रिया शुरू की। यह कार्रवाई हाईकोर्ट के उस आदेश के बाद हुई है जिसमें मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने मामले की गहन जांच के लिए दो विशेष टीमें गठित की हैं। इनमें एक टीम की अगुवाई उप अधीक्षक राजेश कुमार झा कर रहे हैं, जबकि दूसरी टीम आईपीएस अधिकारी जब्बार (डीआईजी, जम्मू-कश्मीर कैडर) के नेतृत्व में काम करेगी।
इन टीमों को केस से जुड़ी सभी जरूरी फोरेंसिक, तकनीकी और घटनास्थल से जुड़ी जानकारी जुटाने का काम सौंपा गया है। इस बीच हिमाचल प्रदेश के डीजीपी मुख्यमंत्री से मुलाकात के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। माना जा रहा है कि वे मुख्यमंत्री को मामले की गंभीरता और अब तक की पुलिस कार्रवाई से अवगत कराएंगे। साथ ही पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में लापरवाही के आरोपों के चलते एसएसपी संजीव गांधी को निलंबित करने की सिफारिश सरकार को भेज दी है।
विमल नेगी की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मौत ने राज्य में राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल पैदा कर दी है। परिवार और स्थानीय लोगों ने पहले ही मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की थी। अब सीबीआई के सक्रिय होने के साथ उम्मीद की जा रही है कि इस हाई-प्रोफाइल केस की परतें जल्द खुलेंगी और सच्चाई सामने आएगी।