स्वर्ण जयंती आश्रय योजना से साकार हुआ आशियाने का सपना

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करसोग में 202 जरूरतमंद परिवारों को मिला पक्का घर, वर्ष 2025 के लिए 30 नए मकानों को स्वीकृति

हिमखबर डेस्क

कभी कच्ची दीवारों और टपकती छतों के नीचे जिंदगी काट रहे परिवार आज पक्के और सुरक्षित आशियानों में गरिमापूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे हैं। करसोग उपमंडल में यह बदलाव राज्य सरकार की महत्वकांक्षी “स्वर्ण जयंती आश्रय योजना” और मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की दूरदर्शी सोच और गरीबों के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण से संभव हो पाया है।

गत दो वर्षों में करसोग उपमंडल के 202 पात्र लाभार्थी परिवारों को अपने पुराने, असुरक्षित घरों के स्थान पर पक्का आवास मिला है। उपमंडल में इन पक्के घरों का निर्माण करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगभग ₹3 करोड़ से अधिक की राशि व्यय की गई है। यह राशि विशेष रूप से आरक्षित वर्ग के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के परिवारों को पक्का घर उपलब्ध करवाने पर व्यय की गई है।

योजना के अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी को 1,50,000 रुपए की आर्थिक सहायता दो किस्तों में प्रदान की गई, जिससे वे योजनाबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य कर सकें। इस योजना ने उन परिवारों के जीवन को सहेजा है जो बरसों से एक सुरक्षित छत के लिए संघर्ष कर रहे थे।

लाभार्थियों ने जताया आभार

योजना से लाभान्वित हुए परिवारों की आंखों में अब राहत और संतोष की चमक देखने को मिल रही है। भंथल गांव के जगदीश कुमार और ज्ञान चंद, भुट्टी सनारली के यशवंत सिंह तथा सुन्नी देवी इत्यादि ने बताया, “राज्य सरकार की घर बनाने की इस योजना से हमारा वर्षों पुराना सपना पूरा हुआ है। अब हमारे पास एक सुरक्षित और पक्का घर है। इसके लिए हम मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू और राज्य सरकार के हमेशा आभारी रहेंगे।”

वर्ष 2025 के लिए 30 और मकान स्वीकृत

योजना के तहत वर्ष 2025 के लिए करसोग उपमंडल में 30 और नए मकानों की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन लाभार्थियों को प्रथम किस्त के रूप में ₹75,000 प्रति लाभार्थी राशि जारी कर दी गई है, जिससे निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है।

स्वयं कर रहे निगरानी 

तहसील कल्याण अधिकारी करसोग भोपाल शर्मा ने बताया कि लाभार्थियों से सीधे संवाद कर निर्माण कार्यों की प्रगति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी मकान समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से बने। इसका उद्देश्य यही है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न रहे।

सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता की ओर

“स्वर्ण जयंती आश्रय योजना” केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि यह मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की उस दूरदर्शी सोच का परिणाम है, जिसके अंतर्गत राज्य सरकार हर गरीब, वंचित और असहाय व्यक्ति को सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन देने के लिए प्रतिबद्ध है।

करसोग के गांवों में आज जो पक्के मकान खड़े हैं, वे केवल मात्र ईंट और सीमेंट की दीवारें भर नहीं हैं बल्कि वे एक ऐसे शासन या सरकार की नीतियों के प्रतीक हैं जो जनता की ज़रूरतों को प्राथमिकता देती है और विकास को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में विश्वास रखती है।

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