बिलासपुर – सुभाष चंदेल
देश की सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण भानुपल्ली-बैरी लेह रेललाइन पर लापरवाही सामने आई है। भानुपल्ली से बिलासपुर की तरफ कोट गांव के निकट निर्मित रेलवे की सुरंग नंबर 14 के ठीक ऊपर 30 जनवरी को एक व्यक्ति ने पानी के लिए बोरवेल का काम शुरू कर दिया। बोरवेल के लिए लगाई गई ड्रिलिंग मशीन की पाइप करीब 30 मीटर नीचे जाते ही रेल की सुरंग को आर-पार कर गई।
पाइप को देख मची अफरातफरी
सुरंग निर्माण में जुटे करीब 20 लोग अचानक इस लोहे की पाइप को देखकर हैरान हो गए और अफरातफरी मच गई। पता चला कि कोई व्यक्ति सुरंग के ऊपर खोदाई कर रहा है। बाद में इस कार्य को बंद करवाया गया।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस प्रोजेक्ट में ऐसी लापरवाही किन कारणों से हुई, इसकी जांच की जा रही है। सुरंग के ऊपर ड्रिलिंग होने से अब तय सुरंग बनाने पर संशय पैदा हो गया है। मंगलवार को आरवीएनएल व डीबीएल कंस्ट्रक्शन कंपनी के उच्च अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया।
2200 मीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी
डीबीएल कंपनी के पदाधिकारी राकेश आनंद ने बताया कि यह सुरंग नंबर 14 का पोर्टल नंबर एक है। सुरंग का निर्माण करीब 200 मीटर से अधिक हो चुका है। यह लगभग 2200 मीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी।
अब सुरंग के ऊपर से ड्रिल करने पर इसकी सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जांच टीम व तकनीकी विशेषज्ञों की रिपोर्ट के बाद ही इस पर निर्णय लिया जा सकेगा कि इसी लाइन पर सुरंग आगे बढ़ाई जा सकेगी या फिर ट्रैक से सुरंग का रूट बदला जाएगा।
जमीन के मालिक बोले अनजाने में हुआ ऐसा
सुरंग के ऊपर बोरवेल के लिए खोदाई करने वाले पंचायत कल्लर के कोट गांव निवासी जमीन के मालिक मदन लाल किसान हैं। उन्होंने प्रशासन को लिखित जवाब दिया है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह बोरवेल ड्रिल सुरंग के बीच निकल जाएगी। ऐसा अनजाने में हुआ है।
जिस जगह वह बोरवेल के लिए खोदाई कर रहे हैं, उसका उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। अब ड्रिलिंग का काम रुकने से उन्हें 70 हजार रुपये का नुकसान हो गया है। कंपनी व प्रशासन ने उन पर मामला भी दर्ज किया है। मदन लाल ने प्रशासन से मांग की है कि उनके ऊपर दर्ज मामला हटाया जाए क्योंकि इसमें उनकी कोई गलती नहीं है।