शिमला – नितिश पठानियां
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं नादौन विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार विधायक चुने गए सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे।
हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होंगे। शनिवार को विधानसभा परिसर शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद सीएम पद के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का एलान किया गया।
सुखविंदर सुक्खू सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ समारोह के लिए तैयारियां शुरू हो गईं हैं। सुक्खू के गांव सेरा में जश्न का माहौल है। माता संसार देई, पत्नी कमलेश ठाकुर और दोनों बेटियां फूली नहीं समा रही हैं।
हर विधायक से अकेले-अकेले मुलाकात की
इससे पहले चुनाव पर्यवेक्षक व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला ने राजधानी शिमला के चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल में हर विधायक से अकेले-अकेले मुलाकात की।
पांच बजे विधानसभा परिसर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई। बैठक के बाद प्रदेश के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नाम का एलान किया गया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राजीव शुक्ला को विधायक दल की बैठक के बाद सीएम के नाम का एलान करने को कहा था।
प्रतिभा समर्थक करते रहे नारेबाजी
हरोली से कांग्रेस विधायक मुकेश अग्निहोत्री विधायक दल की बैठक छोड़कर बाहर चले गए। चौड़ा मैदान स्थित सिसिल होटल के बाहर प्रतिभा सिंह के पक्ष में समर्थक जमकर नारेबाजी करते रहे।
समर्थकों को रोकना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया था। प्रतिभा समर्थक हाईकमान होश में आओ, हॉलीलॉज सातवीं बार के नारे लगाते रहे।
समर्थकों ने आरोप लगाया कि पहले सोची समझी साजिश के तहत प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया। छह बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के नाम पर वोट लिए, अब अनदेखी की गई।
नतीजों के बाद दो दिन में कैसे बदले समीकरण
गुरुवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आए। 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल में कांग्रेस के 40 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की, जबकि भाजपा 25 पर सिमट गई। कांग्रेस की जीत के साथ ही पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर विवाद शुरू हो गया।
शुक्रवार को दिनभर शिमला स्थित पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में हंगामा होता रहा। बड़ी संख्या में प्रतिभा सिंह के समर्थक नारेबाजी करते रहे।
वहीं, प्रचार समिति के प्रमुख रहे सुखविंदर सिंह सुक्खू के समर्थक भी उनके पक्ष में नारेबाजी करते रहे। हालांकि, सुक्खू खुद को मुख्यमंत्री की दौड़ से बाहर बताते रहे।
इसके बाद रात 10 बजे विधायक दल की बैठक हुई। इसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के चुनाव पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला, सह प्रभारी गुरकीरत सिंह कोटली भी मौजूद रहे।
बैठक में संजय सूद, तजेंद्र पाल बिट्टू और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह विशेष रूप से मौजूद रहीं। इसमें हर विधायक से बारी-बारी चुनाव पर्यवेक्षकों ने बात की।
इनसे सीएम पद के लिए दो-दो नाम पूछे गए। उनकी अच्छाई और कमी भी पूछी गई। इसके बाद सभी विधायकों ने एक स्वर में एक प्रस्ताव पारित किया।
इसमें कहा गया कि कांग्रेस हाईकमान जो भी फैसला लेगा वह सभी विधायकों को मंजूर होगा। फिर ये प्रस्ताव कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेज दिया गया।