सिहुंता – अनिल संबियाल
सिहुंता में बस स्टैंड न होने की समस्या वर्षों से जस की तस बनी हुई है। स्थानीय बस चालकों को सिहुंता बाजार में ही बसें पार्क करनी पड़ रही हैं, जिससे बाजार में हर समय यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है। यह स्थिति न केवल चालकों, बल्कि स्थानीय जनता और दुकानदारों के लिए भी रोजाना की मुसीबत बन चुकी है।
नौण से लेकर सिहुंता बाजार तक की सड़क बेहद संकरी है। यदि एक ही समय में दोनों ओर से बसें या मालवाहक वाहन आ जाएं तो पास देना मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति में चालकों को मजबूरन करीब 40 मीटर तक गाड़ी रिवर्स करके नौण चौक तक ले जानी पड़ती है, तब जाकर दूसरे वाहन को रास्ता मिल पाता है।
सिहुंता क्षेत्र की लगभग 25 पंचायतों की 60 हजार से अधिक जनसंख्या पिछले कई वर्षों से भटियात प्रशासन और नेताओं से सिहुंता में बस स्टैंड निर्माण और नौण से बाजार तक सड़क को वन-वे घोषित करने की मांग करती आ रही है, लेकिन अभी तक न तो बस स्टैंड बना, न ही सड़क पर कोई स्थायी समाधान हुआ।
लोगों ने मांग की है कि प्रशासन को शीघ्र ही सिहुंता में एक स्थायी बस स्टैंड का निर्माण करवाना चाहिए और साथ ही नौण से सिहुंता बाजार तक की सड़क को वन-वे या डबल लेन में परिवर्तित करने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
स्थानीय लोगों के बोल के बोल
सिहुंता उपमंडल में बस स्टैंड होना अत्यंत आवश्यक है। बस स्टैंड के अभाव में बस चालकों और अन्य वाहन चालकों को परेशानियां पेश आती है। समस्या का समाधान अत्यंत आवश्यक है। समोट – अंशुमन शर्मा
बस स्टैंड बनता है तो सिहुंता तहसील के अधीन आने वाली 25 पंचायतों की 60 हजार आबादी को लाभ मिलेगा। लोगाें को बसों के लिए दर-दर भटकने से भी बड़ी राहत मिलेगी। सिहुंता – राकेश चर्क
सिहुंता बाजार से लेकर नौण चौक तक सड़क संकरी होने के कारण वाहनों को पास लेना मुश्किल हो जाता है। इससे कई बार नए चालकों के पसीने छूट जाते हैं। अभय राणा – समोट
सिहुंता में बस स्टैंड बनाने को लेकर कई बार मांग उठाई जाती रही है, लेकिन मांग अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाई है। ऐसे में क्षेत्र के ग्रामीणों की मुसीबतें ही बढ़ी है। सिहुंता – अनिल संबियाल