सिरमौर – नरेश कुमार राधे
सिरमौर रियासत के अंतिम शासक राजेंद्र प्रकाश के दत्तक पुत्र महाराज उदय प्रकाश का वीरवार को निधन हो गया है। करीब 70 वर्षीय महाराज उदय प्रकाश का नाहन से गहरा लगाव रहा।
शाही महल के वंशजों में संपत्ति विवाद के निपटारे के बाद महाराज ने शाही महल के जीर्णोद्धार में गहरी रुचि दिखाई। वैसे तो महाराज अंतिम शासक के नाती भी थे, लेकिन अंतिम शासक ने उन्हें गोद लिया था।
जयपुर राजघराने की राजमाता व अंतिम शासक की बेटी पद्मिनी देवी के महाराजा उदय प्रकाश दत्तक पुत्र होने के नाते रिश्ते में भाई थे, अन्यथा राजमाता उनकी मौसी भी है।
महाराज उदय प्रकाश की बड़ी बेटी का विवाह लखनऊ के राजघराने में हुआ है। छोटी बेटी परिवार की संपत्ति को संभालने की जिम्मेदारी निभा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक स्वर्गीय महाराज उदय प्रकाश की स्थिति सुबह 9 बजे तक बिल्कुल ठीक थी। अचानक ही 10 बजे के बाद तबीयत खराब होने पर देहरादून के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने महाराज उदय प्रकाश को मृत घोषित कर दिया।
अंतिम शासक के दत्तक पुत्र के निधन पर शाही परिवारों में शोक की लहर है। बताया गया कि करीब 10 दिन पहले ही वह नाहन आए थे। जल्द ही दोबारा नाहन आने का कार्यक्रम था।
उल्लेखनीय है कि शहर के खेड़ा देवता का मूल स्थान भी शाही महल में स्थित है, हर साल देवता के दर्शनों हेतु शाही महल के कपाट भी महाराज उदय प्रकाश के निर्देश पर ही खुलते थे।
खेड़ा देवता के मूल स्थान के साथ ही मां बाला सुंदरी का मंदिर भी मौजूद है। यह मंदिर हुबहू त्रिलोकपुर में बने प्राचीन मंदिर की तरह ही है।
यह भी जानकारी मिली है कि स्वर्गीय उदय प्रकाश की करीब 3 महीने पहले ओपन हार्ट सर्जरी हुई थी, इसके बाद वह बिल्कुल ठीक थे। हाल ही में मेदांता अस्पताल में चेकअप के दौरान भी सामान्य बताए गए थे।
उधर, स्वर्गीय महाराज उदय प्रकाश के नाहन स्थित केयरटेकर रमेश बंसल ने बताया कि शनिवार को हरिद्वार में गंगा तट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। बड़ी बेटी शुक्रवार शाम तक यूएसए से पहुंचेगी।
उन्होंने यह भी बताया कि सुबह 9 बजे उनकी महाराज उदय प्रकाश से फोन पर बात भी हुई थी। अस्पताल में दाखिल होने के दौरान भी बर्ताव सामान्य था।